मोदी मोदी आज नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक पहुंचे ।मोदी ने मध्यप्रदेश के अमरकंटक से नर्मदा नदी बचाने का सन्देश दिया और कहा कि नदी संरक्षण पुण्य का काम है और माँ नर्मदा ने हमें जीवन दिया है इसलिए हमें उसे बचाना ही होगा।नर्मदा उद्गम स्थल मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नर्मदा को बचाने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने होंगे और इसलिए शिवराज सरकार ने 6 करोड़ पेड़ लगाने का संकल्प लिया है।
मोदी ने जन भागीदारी को लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति बताया। नदियों के लगातार सूखने का दुःख जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि अब नदिया सिर्फ नक़्शे पर ही बची हैं,आज देश में कई नदियां तो है पर उनमें पानी नहीं है और पूर्वजों ने जिस तरह नदियों की सेवा की है, उसका लाभ हम सबको मिल रहा है। मोदी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा कि नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए जो कार्ययोजना बनाई है, उसे वे सभी राज्यों को भेजें क्योंकि मैंने कार्ययोजना पढ़ी है, इसमें हर किसी के लिए काम है, हर जगह के लिए काम है, ये किताब प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण का तरीका बताती है
आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी 11 दिसम्बर 2016 से शुरू हुई ‘नमामि देवि नर्मदे सेवा यात्रा’ के156 दिन बाद आज 15 मई को समापन कार्यक्रम में शामिल होने अमरकंटक पहुंचे थे ।इसी के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान ने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि “अमरकंटक में पीएम के आने से हमारे संकल्प को नई ताकत, नया उत्साह मिला है।” सीएम ने कहा कि “मां नर्मदा की स्वच्छता के एक-एक शब्द को अक्षरशः ज़मीन पर उतारेंगे। नदियों के संरक्षण व संवर्धन के अध्ययन के लिए विवि में अलग से विभाग खोले जाएंगे।” पीएम मोदी और सीएम शिवराज के साथ 25 लाख से ज्यादा लोगों ने भी मां नर्मदा के संरक्षण का संकल्प लिया है।
आपको बता दें कि अमरकंटक के साथ बड़ी ही दिलचस्प राजनीतिक कहानी भी जुड़ी हुई है। ऐसा माना जाता है कि यहाँ जो भी नेता आया उसे किसी न किसी वजह से अपनी कुर्सी खोनी पड़ी है। उदाहरण के लिए 1987 में जब इंदिरा गाँधी यहाँ आयी उसके दो साल बाद ही उनकी मृत्यु हो गयी थी। इसके बाद मध्यप्रदेश के ही कितने सीएम जब भी यहाँ आये उन्हें सत्ता से किसी न किसी वजह से हाथ धोना पड़ा जैसे सुंदरलाल पटवा,अर्जुन सिंह,उमा भारती , और भैरव सिंह शेखावत। मोदी के इस दौरे के बाद लोग ऐसे ही कयास लगा रहें हैं कि उनके साथ भी कुछ ऐसा ही न हो जाये।