प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के कार्यकाल के चार वर्षों के दौरान भारत की कारोबार सुगमता रैंकिंग में सुधार पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि ऐसा केन्द्र तथा राज्य सरकारों के एकसाथ मिलकर काम करने के कारण संभव हो पाया है। पीएम मोदी ने कहा कि केन्द्र तथा राज्य सरकारों ने इस दिशा में सहयोगात्मक और प्रतिस्पर्धात्मक संघवाद की भावना के तहत मिलकर काम किया है।
प्रधानमंत्री ने लोक कल्याण मार्ग पर स्थित अपने आधिकारिक निवास पर उद्योग जगत के साथ कारोबार सुगमता पर चर्चा के लिये बुलाई गई बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने देश को नीतियों पर आधारित शासन दिया है, जिसके कारण विश्व बैंक की ओर से जारी की जाने वाली 190 देशों की कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत 142वें पायदान से ऊपर चढ़कर इस वर्ष 77वें स्थान पर पहुंच गया है। श्री मोदी ने आने वाले वर्षों में भारत को विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में शीर्ष 50 देशों की सूची में शामिल करने का लक्ष्य रखा है। केन्द्र की राजग सरकार के चार वर्षों के कार्यकाल के दौरान भारत ने इस रैंकिंग में 65 स्थानों की छलांग लगाई है। विश्व बैंक की इस रैंकिंग में न्यूजीलैंड पहले स्थान पर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कंपनियों के लिए कार्य करने को सरल बनाने के लिए सुधार जारी रहेंगे और कारोबारी प्रक्रियाओं को और आसान बनाया जाएगा। मोदी ने कहा कि सरकार देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाकर 5,000 अरब डॉलर करने का प्रयास कर रही है। मोदी ने कारोबार सुगमता की विश्व बैंक की सूची में भारत भारत के 70 वें स्थान पर पहुंचने पर देश के उद्योगपतियों को बधाई देते हुए कहा है कि उनकी सरकार लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए सुधार कर रही है। प्रधानमंत्री ने देश के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ कारोबार सुगमता सूची में भारत के 77वें स्थान पर आने तथा उनकी सरकार द्वारा पिछले साढ़े चार वर्षों में किए गए कार्यों पर चर्चा करते हुए कहा कि जब मैंने पहली बार कहा था कि आने वाले वर्षों में हम टॉप 50 में होंगे तो लोगों को यह लक्ष्य कल्पना से परे लग रहा था।
मोदी ने कहा वर्ष 2014 से पहले नीति और निर्णयों में जिस तरह की अस्थिरता दिख रही थी उसके मद्देनजर भारत के टॉप 100 में भी जगह बनाना मुश्किल लग रहा था। हर रोज भ्रष्टाचार घोटाले की खबरें आ रही थी, राजस्व घाटा बेकाबू था। दुनिया भारत से कह रही थी कि आप तो डूबोगे ही अन्य दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था भी ले डूबेंगे ऐसी स्थिति में उनकी सरकार द्वारा भारत को कारोबार सुगमता सूचकांक में शीर्ष 100 में स्थान दिलाना सरल काम नहीं था। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में अभूतपूर्व बदलाव आया है जो भारत के लिए रिकॉर्ड और भूतपूर्व है इस मामले में भारत दक्षिण एशिया में पहले नंबर पर है जबकि चार साल पहले छठे स्थान पर था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में कोई भी इसकी कल्पना नहीं कर सकता था मोदी सरकार ने वह करके दिखाया है। विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि भारत ने 10 में से आठ मांगों में प्रदर्शन सुधारा है दो मांगों में तो भारत ने 100 स्थानों से ज्यादा की छलांग लगायी है। देश में बदलाव लाने रैंक सुधारने के लक्षणों पर निरंतर राज्य सरकारों के साथ सरकार काम कर रही है राज्यों में जिला स्तर पर एक रैंकिंग सिस्टम बनाने का भी प्रयास हो रहा है। कोशिश की जा रही है कि जिलों के बीच भी रैंकिंग को लेकर आपकी प्रतिस्पर्धा हो एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ हो।
-साभार, ईएमसी टाईम्स