पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को लेकर पाक मीडिया में सकारात्मक बयान दिया है। इमरान खान ने सोमवार को कहा कि जंग कश्मीर मुद्दे का हल नहीं है और इसे बातचीत के जरिये सुलझाया जा सकता है।
पाक समाचार चैनलों के पत्रकारों को दिये एक इंटरव्यू में खान ने कहा कि जब तक कि कोई बातचीत शुरू नहीं होती, तब तक कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के विभिन्न विकल्पों पर चर्चा नहीं की जा सकती है।
जब उनसे कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के फॉर्मूला के बारे में पूछा गया तब खान ने कहा कि इसके दो या तीन समाधान हैं, जिसपर चर्चा की गई हैं।
हालांकि, उन्होंने इस बारे में अधिक जानकारी साझा करने से इनकार करते हुये कहा, इस पर बात करना अभी काफी जल्दीबाजी होगी।
भारत के साथ किसी युद्ध की संभावना को खारिज करते हुये उन्होंने कहा कि परमाणु हथियार संपन्न दो देश युद्ध नहीं कर सकते क्योंकि इसका परिणाम हमेशा खतरनाक होता है।
उन्होंने कहा भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध बनाने के लिए पाकिस्तान अत्यधिक गंभीर है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना और उनकी सरकार भी यही चाहती है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर गलियारे की आधारशिला रखी, जिससे सीमा के दोनों ओर स्थित दो प्रमुख गुरूद्वारे जुड़ेंगे।
इस कार्यक्रम में भारत से दो केंद्रीय मंत्रियों हरसिमरत कौर और हरदीप सिंह पुरी के साथ ही कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हुए थे।
खान ने इस समारोह का इस्तेमाल कश्मीर मुद्दे पर सहित द्विपक्षीय वार्ता बहाल करने के कदम का आह्वान करने के लिए किया था। उनकी इस टिप्पणी पर भारत की ओर से तीखी प्रतिक्रिया जताई गई थी।
भारत ने इस बात पर खेद जताया कि खान ने इस पवित्र मौके का इस्तेमाल कश्मीर के बारे में उल्लेख करने के लिए किया जो भारत का एक अभिन्न हिस्सा है।