हवाई जहाज से उड़ान भरने का सपना किसका नहीं होता खासकर आम इंसानों के बीच इसका उत्साह ज्यादा देखने को मिलता है। मंहगाई की मार हर किसी के ख्वाहिशों को पूरा नहीं होने देती। लेकिन अब ऐसा लगने लगा है कि समय के साथ तकनीक में वृद्धि जल्द ही आम आदमी की छोटी-छोटी ख्वाहिशें पूरी होने लगेंगी।
आपको जानकर खुशी होगी कि तंबाकू के पौधे से बनने वाले बायोडीजल से कामर्शियल विमान चलाने की तैयारी चल रही है। पिछले साल इसका एक टेस्ट भी हो चुका है जिसमें साउथ अफ्रीकन एयरवेज की प्लेन को जोहानसबर्ग से केपटाउन के बीच 1280 किलोमीटर तक टोबेको बायोडीजल से उड़ाया गया था। दरअसल तंबाकू प्लांट से फ्यूल बनाने के लिए ‘सोलरीस प्रजाति‘ के पौधे का उपयोग किया जाता है। इस तम्बाकू में निकोटिन की मात्रा भी कम होती है।
इसी साल साउथ अफ्रीकन एयरलांइस टोबैको बायोफ्यूल का इस्तेमाल शुरू करने वाली है। इसके फ्यूल को धीरे-धीरे बदला जाएगा। जैसा कि हमें पता है कि विमान कंपनियों को फ्यूल के लिए सबसे ज्यादा खर्च करना पड़ता है । ऐसे में इस खोज से विमान कंपनियों को काफी राहत मिलेगी। साथ ही इस तरीके से विमान टिकट के दाम में कटौती के आसार भी काफी बढ़ गए हैं जिससे आम आदमी को काफी राहत मिलेगी। वैसे इस तरीके की शुरूआत साउथ अफ्रीका ने की है। लेकिन जल्द ही भारत समेत पूरे विश्व में इस तरीके का अनुसरण होने लगेगा। पर्यावरण में इसका क्या असर पड़ेगा यह अब तक पता नहीं चल पाया है। इस तरीके को अपनाने की तैयारी काफी तेज़ी से चल रही है ।