जब कभी भी हम कहीं बाहर घूमने जाते हैं और हमारी गाड़ी का पेट्रोल या डीजल खत्म हो जाता है तो हमें उसे भरवाने के लिए पेट्रोल पंप की लंबी कतारो में खड़ा रहना पड़ता है लेकिन अब उपभोक्ताओं को इस झंझट से मुक्ति मिलने वाली है।

पेट्रोलियम मंत्रालय अब जल्द ही पेट्रोल और डीजल की होम डिलीवरी शुरू करने पर विचार कर रहा है। यानि उपभोक्ता घर बैठे ही पेट्रोल और डीजल पा सकेंगे। इस सुविधा के लागू होने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे पेट्रोल पंपों पर लगने वाली भीड़ भी कम हो जाएगी। इसलिए पेट्रोलियम मंत्रालय इस तरह की सुविधा शुरू करने पर विचार कर रही है। हर दिन पूरे देश में करीब 3.5 करोड़ लोग 59,595 पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल या डीजल भरवाने जाते हैं। जिसके कारण पेट्रोल पंपों के साथ-साथ कभी-कभी सड़कों पर भी जाम लग जाता है। मंत्रालय ने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी है। हालांकि अभी मंत्रालय द्वारा यह नहीं बताया गया है कि इस सुविधा को लागू कैसे किया जाएगा क्योंकि इसे लागू करने के लिए कई तरह की तैयारीयां करनी होगी।

आकंड़ो की माने तो पेट्रोल पंपों से सलाना 2500 करोड़ रुपये का ईंधन खरीदा जाता है। इसी को देखते हुए मंत्रालय चाहता है कि इसमें से अब कुछ हिस्से की होम डिलीवरी शुरू की जाए। इस सुविधा के चलते एक मई से कुछ चुने हुए शहरों में पेट्रोल व डीजल के दाम में दैनिक बदलाव के साथ इसे घर-घर पहुंचाने पर विचार किया जा रहा है।अभी पेट्रोलियम उत्पादों में सिर्फ एलपीजी की ही डिलीवरी की जाती है। भारत पेट्रोलियम उत्पादों का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है।

इस सुविधा के लागू होने से लोगों को भारी राहत मिलेगी और साथ ही इससे लोगों के समय की भी बचत होगी।