ट्रेन में सफर करने वाले वे यात्री कृपया सावधान हो जाएं जो बिना वजह चैन पुलिंग करते हैं और चलती हुई गाड़ी को रोक देते हैं। ऐसे लोगों के लिए रेल मंत्रालय ने एक सख्त कदम उठाया है। रेल विभाग ने देश के सभी रेलगाड़ियों के हरेक डिब्बों में और सभी रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने का ऐलान किया है। वैसे अगर रेल डिब्बों के अंदर सीसीटीवी कैमरा से निगरानी की जाती है तो काफी चीजों से बचा जा सकता है।
जब से रेल पद की जिम्मेदारी सुरेश प्रभु की जगह नए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संभाला है तब से वह एक से एक फैसले ले रहे हैं। रेल भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान पीयूष गोयल ने कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पैसे की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। अगर पांच से दस हजार करोड़ रुपए ज्यादा लग जाएं और ट्रैक अपग्रेड हो पाए तो यह अच्छा ही होगा। इस मौके पर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा तथा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी एवं अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
रेल मंत्री ने ना सिर्फ रेल के डिब्बों में सीसीटीवी कैमरा लगवाने की बात कही है बल्कि उन्होंने ट्रेन टिकट निरीक्षक (टीटीई) और रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों को भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि आरपीएफ के हर जवान और टीटीई को हर हाल में वर्दी में रहना होगा। ऐसा इसलिए ताकि पारदर्शिता बनीं रहे।
इससे पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अधिकारियों से कहा था कि ट्रेनों में परोसे जाने वाले खाने के पैकेटों पर मात्रा और इसे आपूर्ति करने वाले ठेकेदार के बारे में विवरण दिया जाए। रेलवे ने खान-पान सेवा को सुधारने की लगातार कोशिशों के तहत यह कदम उठाया है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेल कर्मचारियों की दशा को सुधारने की बात कही। उन्होंने कहा कि गैंगमैन के टूल किट के साथ उनके पेयजल और भोजन के लिए भी इंतजाम किया जाएगा। ट्रैक की निगरानी के लिए अल्ट्रा सोनिक ब्लॉ डिटेक्शन सिस्टम मशीन खरीदी जाएंगी। आईसीएफ कोचों के निर्माण को पूरी तरह से बंद करके उन्हें एलबीएच कोच में बदला जाएगा और आधुनिक प्रकाश व्यवस्था के साथ रात में भी सुरक्षा कार्य कराए जाएंगे।