देश की पहली महिला रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण आज अपने पहले कश्मीर दौरे पर श्रीनगर पहुंचेंगी। वैसे इसे आप संयोग कहे या कुछ और कि कल विजयदशमी है और आज कश्मीर में सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के एक साल पूरे होने के मौके पर उनका ये दौरा हो रहा है। वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह उत्तराखंड के भारत-चीन सीमा पर आइटीबीपी के जवानों के साथ दशहरा मनाएंगे। साथ ही यहीं पर दशहरे के दिन शस्त्र पूजा भी करेंगे।
बता दें कि देश की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पदभार संभालने के बाद से एक्शन में हैं। उनके कार्यकाल में आने के 20 दिन में ही बड़ी कार्रवाई हुई है। बुधवार को भारतीय सेना ने म्यांमार बॉर्डर पर उग्रवादियों के खिलाफ जबरदस्त प्रहार किया। वहीं अब निर्मला आज बॉर्डर एरिया का जायजा लेंगी और अधिकारियों के साथ बैठकें भी करेंगी। आज सर्जिकल स्ट्राइक की भी सालगिरह है तो ऐसे में इस मौके पर कश्मीर जाकर सुरक्षाबलों से रक्षामंत्री का मिलना उनकी हौसला अफजाई कर सकता है। इसके अलावा रक्षा मंत्री सीतारमण दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन भी जा सकती हैं।
इस दौरान सीमाओं पर सैनिकों की तैयारियों और दूरवर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा की समीक्षा करेंगी। सूत्रों के मुताबिक, सीतारमण घाटी में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर अग्रिम चौकियों, भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और सियाचिन ग्लेशियर का दौरा करेंगी। खबरों की मानें तो सीतारमण के साथ इस दौरे पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी जा सकते हैं। वह घाटी में सुरक्षा स्थिति का भी जायजा लेंगी।
वहीं सिक्किम में डोकलाम विवाद सुलझने के बाद अब गृहमंत्री राजनाथ सिंह उत्तराखंड के भारत-चीन सीमा पर आइटीबीपी के जवानों के साथ दशहरा मनाएंगे। साथ ही यहीं पर दशहरे के दिन शस्त्र पूजा भी करेंगे।
दरअसल गृह मंत्री राजनाथ सिंह 4 दिवसीय उत्तराखंड के दौरे पर हैं। गृह मंत्री का यह दौरा 28 सितंबर से शुरू हुआ है, यह दौरा 1 अक्तूबर को समाप्त हो रहा है। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भारत-चीन सीमा पर आइटीबीपी के जवानों के बॉर्डर पोस्ट पर जाकर काफी समय बिताएंगे। यही नहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह आइटीबीपी की अग्रिम चौकियों पर तैनात जवानों से मुलाकात कर जवानों के साथ दशहरे का जश्न मनाएंगे। खबरों की मानें तो अग्रिम चौकियों से लौटने के बाद गृहमंत्री जोशीमठ में दशहरे के दिन शस्त्र पूजन भी जवानों की मौजूदगी में करेंगे।
गौरतलब है कि इससे पूर्व रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए भारतीय नौसेना की जहाजों के लिए स्वदेशी सोनार खरीदने और मिसाइल खरीदने के लिए 200 करोड़ रुपये मूल्य की एक परियोजना को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा रक्षा मंत्री ने हर पखवाड़े डीएसी की बैठक आयोजित करने का फैसला भी किया है।