देश इस समय भयंकर महामारी से गुजर रहा है। स्वास्थ्यकर्मी ही भगवान बने हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से ऐसी खबर सामने आई है जिसने अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। एएनएम नर्स निहा खान पर आरोप लगा है कि, वो वैक्सीन को बर्बाद कर रही है। खबर के अनुसार निहा वैक्सीन लगवाने आए व्यक्ति के शरीर में सुई लगाती थी लेकिन वैक्सीन इंजेक्ट नहीं करती थी। उसे उठाकर कूड़े के डब्बे में फेंक देती थी।
अलीगढ़ जिला प्रशासन ने जांच के बाद एएनएण निहा खान को दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि मामला सामने आने के बाद 24 मई को निहा खान को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था और 25 मई को निहा खान ने अपना बयान दर्ज कराया था और उस बयान के आधार पर उन्हें वैक्सीन को बर्बाद करने का दोषी पाया गया है।
अलीगढ़ जिला प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा कि, एएनएम निहा खान अपना काम ईमानदारी से नहीं कर रही थी। इसके लिए उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। साथ की कानूनी कार्यवाही भी होगी। उनपर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
बता दे कि, निहा ऐसे वक्त पर वैक्सीन को बर्बाद कर रहीं थी जब पूरा देश वैक्सीन की किल्ल से जूझ रहा है। बाहरी देशों से वैक्सीन मांगनी पड़ रही है।
इस पूरे मुद्दे को पुरुष अधिकारों के लिए काम करने वाली बरखा त्रेहान ने अपने ट्विटर हैंडल पर बयां किया है। उन्होंने कहा कि, योगी सरकार को बदनाम करने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है।
उन्होंने लिखा कि, निहा नहीं चाहती थी कि, किसी को वैक्सीन लगे ताकि सभी लोग कोरोना संक्रमति हो जाए। इसलिए वैक्सीन को लगाने की बजाय कूड़े के डिब्बे में फेंक देती थी।