
Mushroom-Themed Diamond Ring: आज के वक्त में हीरा हर किसी की पहली पसंद है। हर एक व्यक्ति का सपना होता है कि वो कभी न कभी हीरे से बनी ज्वैलरी पहने। हाल ही में केरल के एक ज्वैलर ने 24 हजार से भी अधिक हीरे की एक अंगूठी बनाकर इसका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करा लिया है। आपको बता दें, एपीएन न्यूज और बालाजी फाउंडेशन की ओर से स्वदेश कॉनक्लेव 2022 का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में यह अंगूठी सभी के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी।
इस अंगूठी को मशरूम के आकार का बनाया गया है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (GWR) ने घोषणा की है कि केरल स्थित SWA डायमंड्स ने एक रिंग में सेट किए गए सबसे अधिक हीरे का ‘स्पार्कलिंग’ रिकॉर्ड तोड़ा है। गिनीज ने अपने ब्लॉग में कहा कि केरल के कराथोड में 5 मई को एक रिकॉर्ड बनाया गया है।
24 हजार से भी अधिक हीरे से बनी Mushroom- Themed Diamond Ring
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक इस मशरूम थीम वाली हीरे की अंगूठी का नाम ‘अमी’ है। इसमें कुल 24,679 हीरे जड़े गए हैं। दरअसल, इस अंगूठी का नाम ‘अमी’ इसलिए रखा गया है क्योंकि इसका मतलब अमरता होता है।
3 महीने में तैयार की गई अंगूठी
अमी को बनाने में कंपनी को कुल 3 महीने का समय लगा है। इसके पहले मेरठ के ज्वैलर हर्षित बंसल ने 12,638 हीरे की अंगूठी बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर रखा था। GWR की ओर से इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए इस अंगूठी की सभी जानकारी दी गई है।
माइक्रोस्पोक से होती थी गिनती
GWR की ओर से बताया गया कि अंगूठी के हीरे की गणना करने के लिए माइक्रोस्कोप का इस्तेमाल किया गया था। इसको गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करने से पहले इसके स्पष्टता, कैरेट, वजन आदी की जांच की गई थी और उसके बाद ही घोषणा की गई थी।

कीमत जानकर उड़े लोगों के होश
‘अमी रिंग’ का वजन 340 ग्राम है और इसकी कीमत 75,99,010.38 रुपये है। GWR में शामिल होने के लिए इस अंगूठी को किम्बरली प्रोसेस सर्टिफिकेशन स्कीम (KPCS) की सभी शर्तों को पूरा करना था।
मशरूम-थीम वाली अंगूठी कैसे बनाई गई थी?
- रिंग बनाने से पहले, प्लास्टिक मोल्ड की मदद से एक प्रोटोटाइप बनाया गया। SWA डायमंड्स को कंप्यूटर एडेड 3D डिजाइन बनाने में लगभग तीन महीने लगे क्योंकि रिंग डिजाइन के मामले में काफी अलग और खास थी।
- 3D प्रिंटिंग के बाद, सोने को सांचे में डालकर ठंडा किया गया और मशरूम की 41 पंखुड़ियों का आकार दिया गया।
- आधार बनने के बाद, प्रत्येक हीरे को मशरूम की पंखुड़ियों के हर तरफ धीरे-धीरे हाथों से रखा गया। इसमें लगाए जा रहे सभी हीरे प्राकृतिक थे।
- इसके बाद, अंगूठी के बैंड को इसमें जोड़ा गया। बैंड पर भी हीरे सजाए गए थे।
- अंत में सभी हीरे को माइक्रोस्कोप के तहत गिना जाता था।
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