सोमवार रात से हो रही भारी बारिश की वजह से देश की आर्थिक राजधानी मायानगरी मुंबई एकदम ठप पड़ गई है। इस बारिश की वजह से जगह-जगह जलजमाव हो गया है, जिसकी वजह से अंधेरी सब-वे, मालाड सब-वे, कुर्ला, एलिफ़िस्टन स्टेशन पश्चिम, दादर, हिंदमाता और लोअर परेल जैसे निचले इलाकों में भारी जाम की स्थिति हो गई है। स्कूलों और कई ऑफिसों में हॉफ-डे की छुट्टी कर दी गई है और लोगों से घरों में ही रहने को कहा गया है।

भारी बारिश के चलते सड़क, रेल और हवाई यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुई है और मुंबई का लाइफलाइन माने जाने वाले मुंबई लोकल के कई रूटों को डाइवर्ट या बंद कर दिया गया है। रेल की पटरियों पर भी पानी भर गया है, जिसके कारण अनेक ट्रेनों को रद्द या डाइवर्ट करना पड़ा है। हवाई यात्रा भी बाधित हुई है और एयरपोर्ट पर कई उड़ानों को रोका गया है। ताजा जानकारी मिलने तक दो उड़ाने रद्द कर दी गई हैं, वहीं तीन को अहमदाबाद डाइवर्ट कर दिया गया है।

Mumbai City troubled of rainमुंबई में भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी लोगों से अपील की है कि वे जल्दी घर लौट जाएं। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट के दफ्तर पहुंचे सीएम फडणवीस ने कहा, ‘सभी सरकारी दफ्तरों को आदेश दिया गया है कर्मचारियों को जल्दी छुट्टी दे दी जाए। साथ ही निजी ऑफिस में काम करने वाले लोग भी जल्दी घर लौट जाएं।’ मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि बेहद जरूर काम न हो तो लोग अपने घरों में रहें। संभावित हाईटाइड को देखते हुए भी लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है। उन्होंने कहा किसी भी आपातकालीन स्थिति में 100 नंबर या मुंबई पुलिस के ट्विटर पर संपर्क किया जा सकता है।

बीएमसी ने भी अपने नागरिकों के लिए ‘1916’ आपातकालीन नंबर जारी किया है। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बताया कि बीएमसी का कंट्रोल रूम एक्टिव है। बारिश से जुड़ी किसी भी इमरजेंसी के लिए 1916 पर कॉल करके मदद मांग सकते हैं। इसी बीच डोंबिवली, ठाणे, सांता क्रूज और कलीना जैसे इलाकों में बिजली गुल होने की खबर आ रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से फोन करके पूरी स्थिति का जायजा लिया है और जरुरत पड़ने पर केंद्र से हरसंभव मदद देने का भरोसा जताया है।

बताया जा रहा है कि 26 जुलाई 2005 के बाद यह सबसे ज्यादा होने वाली बारिश है। करीब 12 साल पहले आई इस आफत की बारिश ने घरों के अंदर रह रहे लोगों के लिए भी मुसीबते खड़ी कर दी थी। ठाणे और मुंबई में कई घरों में पानी भर गया था। इस दौरान कई लोगों की जाने भी गई थी और मुंबई व ठाणे शहर को काफी नुकसान उठाना पड़ा था।