देश में महिलाओं और नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सबसे शर्म की बात तो ये हैं कि ज्यादातर मामलों में आरोपी या तो कानून क्षेत्र का कोई नुमाइंदा होता हैं या फिर विधायिका का कोई अहम हिस्सा। अब ऐसे में जब कानून का चौकीदार ही चोर बन जाए तो पीड़िता न्याय की उम्मीद लगाए भी तो लगाए किससे। कुछ ऐसा ही हाल उन्नाव और कठुआ गैंगरेप मामले में देखने को मिला। उन्नाव में आरोपी भाजपा विधायक है तो कठुआ में पुलिस अधिकारी।
अभी देश इससे ही नहीं उभर पाया है कि अब एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट ने देश को हिला कर रख दिया है। इस रिपोर्ट में देश में मौजूदा सभी विधायकों और सांसदों पर दर्ज अपराधिक मामलों की गहनता से जांच की गई तो पाया गया कि भाजपा के ऐसे 12 विधायक हैं जिन पर महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज हैं।
इस रिपोर्ट में देखा गया, कि देश के करीब 48 सांसदों एवं विधायकों के खिलाफ महिलाओं के प्रति अपराध के मामले दर्ज हैं और इनमें भाजपा सदस्यों की संख्या सबसे ज्यादा 12 है। रिपोर्ट के मुताबिक देश में 3 सांसद और 45 विधायक हैं, जिनके ऊपर महिलाओं के साथ अपराध करने का मामला दर्ज है। देश में कुल मिलाकर 1580 सांसद और विधायक ऐसे हैं, जिनके खिलाफ कोई न कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में महाराष्ट्र के विधायक सबसे आगे हैं और दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल और तीसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश है। महाराष्ट्र में 12, पश्चिम बंगाल में 11 और आंध्र प्रदेश के 5 विधायकों व सांसदों के खिलाफ महिलाओं के प्रति अपराध के मामले दर्ज हैं।