भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या अब भारत वापस आना चाहता है। वो अपने खिलाफ चल रहे मुकदमों का सामना करने के लिए भी तैयार है। वो बैंकों से लिया कर्ज भी चुकाना चाहता है। खबर तो ये भी है कि माल्या ने भारतीय अफसरों से इस बारे में बातचीत भी की है। फिलहाल लंदन की अदालत में माल्या के प्रत्यर्पण की सुनवाई चल रही है। अगर वो सरेंडर करता है तो भारत में सुनवाई के दौरान उसे जेल में रहना पड़ेगा।

अधिकारियों ने संकेत दिया है कि माल्या की संपत्ति को नए कानून के तहत जब्त करने के सरकार के फैसले के बाद भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या के रुख में ये बदलाव आया है। माल्या ने 2016 में भारत छोड़ दिया था। उन पर 17 भारतीय बैंकों का करीब 9000 करोड़ रुपये का कर्ज है। ईडी ने नए कानून के तहत माल्या की 12,500 करोड़ की संपत्ति को जब्त किए जाने की मांग की है। भगोड़े वित्तीय अपराधियों के लिए लाए गए ऑर्डिनेंस के तहत कोर्ट को ये अधिकार मिला है कि वे भगोड़े की संपत्ति जब्त करने का आदेश दे सकते हैं। मुंबई के कोर्ट में नए कानून का सामना करने वाले माल्या पहले व्यक्ति हैं। पिछले महीने ईडी ने मुंबई के कोर्ट से मांग की थी कि माल्या को नए कानून के तहत भगोड़ा घोषित कर दिया जाए।

इससे पहले 22 जून को विजय माल्या ने कर्नाटक हाई कोर्ट के सामने एक 500 से ज्यादा पेजों की ऐप्लिकेशन दी थी जिसमें उन्होंने 13,900 करोड़ की संपत्ति को अपने कर्जदारों को पैसा वापस करने के लिए बेचने की बात कही थी। इसके बाद उन्होंने मीडिया को एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा था कि 2016 से ही वो बैंकों को कर्ज चुकता किए जाने के लिए ऑफर्स दे रहे हैं।

एपीएन ब्यूरो

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