मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल की लगभग पूरी तैयारी हो चुकी है और इस फेरबदल के बाद मोदी कैबिनेट का विस्तार किया जा सकता है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी और फग्गन सिंह कुलस्ते ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा उमा भारती और कलराज मिश्र ने भी इस्तीफे की पेशकश की है।
बता दें कि कुल 8 से 9 मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है जिनमें निर्मला सीतारमण, संजीव बालियान, कलराज मिश्र और गिरिराज सिंह के नाम भी शामिल हैं। वहीं जिन मंत्रियों को हटाया जाना है उनसे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि हटाए गए मंत्रियों को पार्टी संगठन में जगह दी जा सकती है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी के चीन दौरे से पहले 2 सितंबर तक मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है।
इस कैबिनेट विस्तार में जहां जेडीयू कोटे से मंत्री बनाए जाएंगे वहीं नए रक्षामंत्री पर भी फैसला होगा। जिन मंत्रियों को हटाया जाएगा उनको संगठन में काम दिया जाएगा. अमित शाह ने हटाए जाने वाले मंत्रियों से मुलाकात की। साथ ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है। बुधवार को ही रेलमंत्री ने खुद ही इस्तीफे की पेशकश का इशारा किया है। सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर कहा है कि रेल हादसों की नैतिक ज़िम्मेदारी मेरी है। मैंने पीएम से मिलकर ज़िम्मेदारी ली है। पीएम ने मुझे इंतज़ार करने को कहा है।
सूत्रों के मुताबिक, रूडी की जगह जेडीयू के वशिष्ठ नारायण सिंह और आरसीपी सिंह में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है। शिवसेना की ओर से आनंद राव अडसुल को मंत्री बनाए जाने की भी चर्चा है। मध्य प्रदेश से आलोक संजर, गणेश सिंह, राकेश चौधरी या प्रभात झा में किसी एक को मंत्री बनाए जाने की संभावना है।
उधर कर्नाटक में अगले साल होने वाले चुनाव के मद्देनजर लिंगायत समुदाय के शिवकुमार उदासी और सुरेश आंगड़ी को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। चुनावी राज्य हिमाचल प्रदेश से अनुराग ठाकुर मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को हिमाचल में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के आसार हैं।