भारत मौसम विभाग की मानें तो इस साल देश में मानसून की स्थिति सामान्य रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने अपने अनुमान में कहा है कि इस वर्ष 100 फ़ीसदी बारिश हो सकती है। इससे पहले मौसम विभाग ने 96 फ़ीसदी वर्ष का अनुमान जाहिर किया था। किसानों और गर्मी सहित जल संकट से जूझ रहे देशवासियों के लिए मौसम विभाग की यह भविष्यवाणी राहत भरी है। मानसून अच्छा रहने से फसल उत्पादन भी अच्छा रहने की उम्मीद लगाई जा रही है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि प्रशांत महासागर में जलधाराओं के गर्म होने से जुड़ा मौसमी प्रभाव एल-नीनो की आशंका कम होने के साथ ही मानसून बेहतर होने की संभावनाएं बढ़ गयी हैं। रमेश ने कहा कि एल-नीनो में तत्कालीक बदलावों से संकेत मिलता है कि इस वर्ष मानसून सामान्य रहेगा और दीर्घावधिक औसत में 100 प्रतिशत तक जा सकता है।
मौसम विभाग का अनुमान सही रहता है, तो आर्थिक विकास की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। भारत में कृषि मानसून पर निर्भर है। ऐसे में 100 फीसदी मानसून की खबर से किसानों को राहत और फसल उतपादन में वृद्धि होने की संभावना है। देश के कई इलाके ऐसे हैं जहाँ पिछले कई सालों से लगातार औसत से कम बारिश होने से जल संकट उत्पन्न हो चुका है। इसके अलावा फसलों की उत्पादकता भी बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई थी। लेकिन इस अनुमान के बाद जल संकट सहित कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जाने लगा है। हालांकि कई ऐसे मौके आये हैं जब मौसम विभाग का अनुमान और आकलन गलत साबित हुआ है। ऐसे में देखना है कि इस अनुमान के बाद मानसून की क्या स्थिति रहती है।