Merits of Dowry System: Sociology for Nurses की Textbook में बताए गए दहेज के फायदे को लेकर Indian Nursing Council ने कड़ी निंदा की है। काउंसिल ने कहा कि हम इस तरह की किसी भी प्रथा को बढ़ावा नहीं देते हैं। साथ ही पब्लिकेशन का कोई प्रमोशन नहीं करते हैं। Indian Nursing Council इस तरह की किताब लिखने वालों को अपना नाम नहीं देता है। Indian Nursing Council ने किताब की Author TK Indrani को नोटिफिकेशन जारी किया है।
Merits of Dowry System: दहेज के फायदे
जाहिर है Sociology for Nurses की Textbook में बताया गया है कि दहेज लड़कियों को Property के रूप में दिया जाता है। दहेज से लड़कियों को उनका नया घर बसाने में आसानी होती है। दहेज प्रथा के कारण बहुत से माता-पिता ने अपनी बच्चियों को पढ़ाना शुरू कर दिया है। ताकि वे खुद कमाएं और दहेज इकट्ठा करें। इस किताब में ये भी बताया गया है कि दहेज देकर एक सुंदर ना दिखने वाली लड़की सुंदर लड़के से शादी कर सकती है।
यहां पर ध्यान देने वाली बात है कि ये Textbook Sociology for Nurses के लिए है। इसकी Author TK Indrani हैं। दहेज के फायदे को Page 122 के Chapter 6 के Second Edition में बताया गया है। इसका Publication House in India ने किया है।
Merits of Dowry System: दहेज कानून जुर्म है
इसे लेकर 4 अप्रैल को शिवसेना नेता Priyanka Chaturvedi ने ट्वीट कर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से किताब में से इस पाठ को हटाने की मांग की थी। उन्होंने लिखा था कि दहेज प्रथा आज भी हमारे समाज में जिंदा है। ये संविधान और राष्ट्र के लिए शर्म की बात है। मैं शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से आग्रह करती हूं कि इस तरह के पाठ को किताबों से हटाए, जो दहेज के फायदे गिना रही है।
बता दें कि कानून दहेज निषेध अधिनियम, 1961 के अनुसार दहेज लेने, देने या इसके लेन-देन में सहयोग करने पर 5 वर्ष की कैद और 15,000 रुपए के जुर्माने का प्रावधान है। इसके बाद भी देश के युवाओं को दहेज के फायदे पढ़ाए जा रहे हैं।
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