Manipur Violence: मणिपुर में जारी हिंसा के बीच विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर बना हुआ है।विपक्ष इस मामले पर पीएम मोदी से जवाब मांग रहा है। इसी क्रम में ‘इंडियन नेशनल डेवपलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल आज यानी शनिवार को मणिपुर के लिए रवाना हो गया।प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री शायद मणिपुर को भूल गए हैं लेकिन हम नहीं भूले हैं इसलिए हम पीड़ितों के बीच जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह सही है कि हिंसा प्रभावित जगहों पर जाना हमारे लिए मुश्किल है लेकिन हम राज्य में जारी हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात राहत कैंप में जाकर उनसे मुलाकात करेंगे. हम यह देखेंगे कि हिंसा से प्रभावित हुए लोगों के लिए सरकार आखिर क्या कर रही है? सरकार ने अब तक उनके लिए क्या किया है. हम संसद में मणिपुर के लोगों की बात रख सकें इसलिए हम वहां जा रहे हैं।’
Manipur Violence: क्या बोले विपक्षी दलों के सांसद ?
Manipur Violence: लोकसभा में नेता कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, हम लोग मणिपुर का दुख और पीड़ा जानने के लिए जा रहे हैं। मणिपुर का मुद्दा गंभीर होता जा रहा है।यहां जातीय दंगा हो रहा है।दूसरे राज्य भी इसमें शामिल हैं।
सरकार मणिपुर को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिख रही है। मुझे लगता है की बहुत जगह हम लोगों को वहां तक जाने भी नहीं दिया जाएगा। सरकार मणिपुर पर बहुत कुछ छुपा रही है।
Manipur Violence: जानिए कौन-कौन सांसद जा रहे हैं मणिपुर ?

Manipur Violence: मणिपुर के दौरे पर विपक्षी गठबंधन इंडिया के कुल 21 सांसद शामिल हैं। जिसमें कांग्रेस के 4 सांसद, JDU के 2 सांसद, TMC के 1 सांसद, DMK के 1 सांसद, RLD का 1 सांसद, शिवसेना( UBT) का 1 सांसद, AAP से 1 सांसद के अलावा दूसरे विपक्षी दलों के 10 और सांसद डेलिगेशन का हिस्सा होंगे। संसद में लगातार हंगामे के बीच विपक्ष सरकार पर मणिपुर को लेकर लगातार हमलावार है।
Manipur Violence: यहां जा रहे प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई और फूलोदेवी नेताम, जनता दल (यूनाइटेड) के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और अनिल हेगड़े, तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव, झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ माजी, द्रमुक की कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पीपी मोहम्मद फैजल, राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन के प्रेमचंद्रन और वीसीके पार्टी के टी थिरुमावलवन हैं।
विपक्ष की लगातार मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर हिंसा पर बयान दें। सरकार मामले पर चर्चा करे। दूसरी तरफ केंद्र सरकार का कहना है कि सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के दोनों सदन में मणिपुर हिंसा पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
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