Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के हाथ से सत्ता जाने के बाद भी उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जब से सत्ता की कुर्सी संभाली है, तब से उद्धव ठाकरे की शिवसेना से लगातार कई सारे पार्षद निकलकर एकनाथ शिंदे के ग्रुप में शामिल हो रहे है। शिवसेना को एक के बाद एक लगातार झटका मिल रहा है। ठाणे के बाद अब नवी मुंबई के पार्षदों ने भी शिवसेना का साथ छोड़ दिया है। नवी मुंबई के 32 पार्षद एकनाथ शिंदे के ग्रुप में शामिल हो गए हैं। बता दें कि इसके पहले ठाणे से 66 पार्षद सीएम शिंदे के खेमे में शामिल हुए थे।
पार्षदों ने कहा कि एकनाथ शिंदे को एक छोटा कार्यकर्ता भी फोन करता है, तो वे जवाब देते हैं। हमें उनकी यह बात अच्छी लगती है। वह अब एकनाथ शिंदे के साथ रहेंगे। कहा जा रहा है कि यह शिवसेना के लिए एक बड़ा झटका है। क्योंकि इसके पहले ठाणे के 67 में 66 पार्षदों ने एकनाथ शिंदे को समर्थन दिया था। ठाणे नगर निगम मुंबई की प्रमुख नगर निगम मानी जाती है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानपरिषद के चुनाव नतीजों के बाद सियासी घमासान की शुरूआत
बता दें कि यह सियासी घमासान महाराष्ट्र विधानपरिषद के चुनाव नतीजों के बाद शुरू हुआ। जब शिवसेना के नाराज नेता एकनाथ शिंदे शिवसेना के विधायकों को लेकर गुवाहाटी होटल पहुंच गए। यहां धीरे धीरे शिवसेना के अन्य विधायक भी पहुंच गए। जिसके बाद शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई और एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से राज्य के सीएम बन गए।
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