गुजरात,बिहार के बाद अब मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने भी शराब पर अपनी नजरें पैनी कर ली है और सोमवार को शराबबंदी का ऐलान भी कर दिया है। नमामि देवी नर्मदे की यात्रा के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने शराब को लेकर चिंता जताई और वहीं इसे प्रतिबंध करने का भी ऐलान कर दिया।
शिवराज का ऐलान- यात्रा के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से एक-एक शराब की दुकानें बंद कराई जाएगी। नशा, नाश की जड़ है और सरकार इस पर ठोस कदम उठाएगी। शिवराज सिंह ने कहा कि नर्मदा मैया की 5 किलोमीटर की दूरी तक कोई भी शराब की दुकान नहीं होनी चाहिए। इतना ही नहीं हर स्कूल, धार्मिक स्थल, रिहायशी इलाकों में भी शराब पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। शिवराज सरकार ने साथ ही यह भी ऐलान किया कि लोगों को जागरुक करने के लिए नशा मुक्ति अभियान भी चलाया जाएगा। पिछले महीने भर से राज्य में जगह-जगह शराब बंद करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है और 3 अप्रैल को बीजेपी के इंदौर विधायक ने राज्य के सभी इलाकों में शराब पर बैन लगाने के लिए मांग की थी।
बता दें कि गुजरात में पहले से ही शराबबंदी है। बिहार में सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार ने भी शराबबंदी को कड़ाई से लागू कराया है। अब कई राज्यों में शराबबंदी की मांग उठने लगी है। यूपी और उत्तराखंड में भी शराब के खिलाफ महिलाएं और सामाजिक संगठन लगातार धरने प्रदर्शन दे रहे हैं। ऐसे में एक- एक करके सभी प्रदेश शराब को लेकर कड़ा रुख अपना रहे हैं।