Lucknow में Leopard को लेकर अब भी कोई पुख्ता खबर सामने नहीं आ रही है। जहां एक तरफ लोग दहशत में हैं वहीं वन विभाग की तरफ से भी इस बात की पुष्टि नहीं की जा रही है कि Leopard को शहर से बाहर निकाल लिया गया है।
Leopard को लेकर क्या कह रहे हैं स्थानीय लोग
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने में आलस दिखा रही है। एक नहीं बल्कि तीन-तीन तेंदुए घूम रहे हैं। इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि एक तेंदुए को मैंने अपने गेट पर देखा था। दूसरे को प्रेसीडेंसी स्कूल में और तीसरे ने मेरे घर में झाड़ू पोछा करने वाली मालती देवी पर हमला कर दिया।
तेंदुए (Leopard) का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें वो बैखौफ सड़क पर घूम रहा है। खबर के अनुसार लखनऊ के गुंडबा थाना क्षेत्र की घनी आबादी पहाड़पुर और कल्याणपुर में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुए को देखा गया है। कैमरे में तेदुआ गलियों में घूमते, छत पर चढ़ते हुए दिख रहा है।
शहर में क्यों आ जाते हैं जंगली जानवर
दुनिया भर में जंगलों की कमी हुई है। लगातार नगरीकरण हो रहा है। ऐसे में भोजन की तलाश में जंगली जानवर मानव बस्तियों में आने लगे हैं। ये जानवर इंसानों पर हमले भी कर देते हैं, जिनमें शेर, तेंदुए और मगरमच्छ जैसे जीव शामिल हैं। एक बार जब ये जानवर शहरों में आ जाते हैं तो फिर इन्हें वापस लौटने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
वन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात के तीन जिलों में विगत पांच वर्षों के दौरान जंगली जानवरों द्वारा लोगों पर हमले के 441 मामले सामने आए हैं। इन हमलों में 50 लोगों की जान भी चली गयी है।
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