राजद अध्यक्ष लालू यादव और जेल में बंद बाहुबली नेता और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन एक बार फिर चर्चा में हैं।  दोनों पर ही इस बार गंभीर आरोप लगे हैं। यह आरोप पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने एक टेप जारी कर लगाये हैं अपने नए न्यूज़ चैनल ‘रिपब्लिक’ की पहली ही खबर में इस टेप को चलाकर उन्होंने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया है इस टेप में लालू यादव और शहाबुद्दीन एक दूसरे से बात करते सुने जा सकते हैं। यह टेप इसी साल रामनवमी का बताया जा रहा है। खास बात यह है कि इस दौरान शहाबुद्दीन जेल में थे। इस टेप के सामने आने के बाद विपक्ष जहाँ हमलावर है। वहीँ राज्य की गठबंधन सरकार के लिए स्थिति असहज हो गई है।

आपको बता दें कि यह टेप उस समय का है जब सिवान में रामनवमी के दौरान कई जगह से पथराव और गोली चलने की ख़बरें आईं थी। इस टेप में शहाबुद्दीन कह रहे हैं कि मुझे लालू से बात करनी है। दूसरी तरफ से लालू के बोलते ही शहाबुद्दीन कहते हैं कि रामनवमी के दिन सीवान में पुलिस तैनात नहीं होनी चाहिए थी इतना ही नहीं शाहबुद्दीन दंगे होने की बात कहकर लालू को चेतावनी देते भी सुनाई पड़ रहे हैं। शाहबुद्दीन लालू को जेल में बैठे बैठे ही यह बात भी बताते सुना जा सकता है कि सिवान में कई जगह गोलियां चली है और झड़प भी हुई है। वह लालू से कहते हैं कि यह तो दंगा करा देंगे आपका एसपी एकदम ख़तम है शहाबुद्दीन के इन बातों के बाद लालू कहते हैं कि हम एसपी को फोन लगाते हैं और फ़ोन रख देते हैं

इस टेप के सामने आने के बाद बीजेपी सहित अन्य विपक्षी दल जहाँ राज्य सरकार पर हमलावर हो गए हैं वहीँ सरकार या लालू यादव कि तरफ से कोई भी जवाब अभी तक नहीं आया है। बीजेपी नेता सुशील मोदी ने लालू पर निशाना साधते हुए अपने ट्वीट में लिखा है कि लालू यादव अब शहाबुद्दीन जैसे अपराधियों से सलाह ले रहे हैं। ट्वीट में उन्होंने पूछा है कि क्या नितीश इसपर कोई कारवाई करेंगे? अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने निशाना साधते हुए लिखा ही कि शहाबुद्दीन के सिवान जेल से तिहाड़ जेल भेजने की कारवाई के दौरान सरकार चुप क्यों रही?

गौरतलब है कि यह टेप टाइम्स नाउ के पूर्व पत्रकार अर्नब गोस्वामी के द्वारा अपने नए अंग्रेजी न्यूज़ चैनल ‘रिपब्लिक’ पर प्रसारित किया गया इस टेप से शुरुआत कर उन्होंने आते ही बड़ा धमाका किया है। उन्होंने शो के दौरान यह भी कहा कि इस खबर को रोकने के लिए लालू यादव की तरफ से 37 बार फ़ोन आया। लेकिन मैंने रिसीव नहीं किया। उन्हें पता था कि मै उनपर कोई बड़ी स्टोरी कर रहा हूँ। खबर यह भी है कि इस मामले में सीएम नीतीश कुमार ने डीजीपी पीके ठाकुर समेत आला अधिकारियों की सीएम आवास पर एक बैठक बुलाई है अब देखना है राज्य सरकार इस मामले की जांच करा कारवाई करती है या यह मुद्दा भी जमीन घोटाले की तरह ही दब जाता है।