
Lakhinpur Kheri : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक वीडियो वायरल होने के बाद नसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) ने इसकी तुलना ‘जलियांवाला बाग से की है, तो वहीं बीजेपी (BJP) की ही सहयोगी जेडीयू (JDU)ने भी सरकार को घेरते हुए कहा कि ये ‘ब्रिटिश काल की याद’ दिलाता है।
बता दें कि यह मामला अब तुल पकड़ता जा रहा है और विरोधी ही नहीं अब सरकार के सहयोगी भी सरकार को घेरने लगे हैं। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने सरकार को घेरते हुए कहा है कि वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे एक गाड़ी प्रदर्शन कर रहे किसानों को जानबूझकर रौंदते हुए निकल रही है। वायरल हो रहा है वो ब्रिटिश काल की याद दिलाता है। जब कानून व्यवस्था सिर्फ नाम मात्र की थी।
केरल में जब पहली बार सोशलिस्ट सरकार बनी थी, तब मजदूर आंदोलन में गोली चली थी, तब जेपी ने मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांग लिया था। उन्होंने कहा, ‘मंत्री और उनके बेटे के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। मैं उम्मीद मैं उम्मीद करता हूं कि सही जांच होगी। किसान संगठन चाहते थे कि राकेश टिकैत वहां आएं और प्रशासन से बात करें। उन्होंने कहा कि किसान संगठन नहीं चाहते थे कि एसपी, बीएसपी या कांग्रेस के नेता यहां आकर इसे चुनावी रंगमंच बना दें।
क्या है Lakhimpur Kheri का पूरा मामला?
बीते रविवार को यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखीमपुर के दौरे पर थे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा भी थे। जहां उन्हें एक योजना का शिलान्यास करना था। वहीं किसानों की तरफ से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के विरोध का ऐलान किया गया था। इसमें आसपास के क्षेत्रों के किसान हिस्सा लेने वाले थे। इसी दौरान एक दूसरे कार्यक्रम में जाने के दौरान यह हादसा हुआ।
मामले में केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे ने कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। बता दें कि विरोध कर रहे किसान हाल ही में अजय कुमार मिश्रा द्वारा दिए गए बयान से नाराज थे जिसके बाद किसानों ने केंद्रीय मंत्री मिश्रा और यूपी के डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य का घेराव किया।
मामले ने तूल तब पकड़ लिया जब मंत्रियों के काफिले की एक गाड़ी ने प्रदर्शनकारी किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी। घटना में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गयी। किसानों का आरोप है कि कथित तौर पर गाड़ी मंत्री अजय मिश्रा के बेटे द्वारा चलायी जा रही थी। एफआईआर में अन्य लोगों के नाम भी दर्ज किए गए हैं।
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