उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बीच रोजाना एक नया मामला सुनने को मिल रहा है। विरोधियों के प्रति नेताओं के बेबाक बोल और पार्टी का प्रचार करने में इतने मशगुल हो जाते हैं। कि कई बार ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिसका खामियाजा बाद में भुगतना पड़ता है। ऐसा ही कुछ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने किया।
केशव प्रसाद एक नई मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। यूपी में हुए तीसरे चरण के मतदान में केशव प्रसाद मौर्य इलाहाबाद में जब वोट डालने पहुंचे तो उनकी जैकट पर बीजेपी का चुनाव चिन्ह कमल का स्टीकर लगा हुआ था। केशव प्रसाद न सिर्फ चुनाव चिन्ह कमल के साथ पोलिंग बूथ पहुंचे, बल्कि उन्होंने इसी कमल के साथ वोट भी डाला। विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इसकी शिकायत डीएम और चुनाव आयोग में की। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए इलाहाबाद के डीएम संजय कुमार ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ मजिस्ट्रेट जांच बिठा दी है। रिपोर्ट सामने आने पर केस दर्ज करने की बात कही गई है। रिपोर्ट शनिवार तक आने की उम्मीद है।
इस मामले पर केशव प्रसाद का कहना है कि, “मैं अपनी गलती मानता हूं, मैंने जानबूझ कर ऐसा नहीं किया और यह सिर्फ गलती से हुआ है। अब चुनाव आयोग जो चाहे वो कार्रवाई कर सकता है।” उनके मुताबिक वह अपनी सदरी पर हमेशा कमल लगाए रहते हैं। 23 फरवरी को वोटिंग के लिए जाते वक्त वह स्टीकर निकालना भूल गए थे। आपको बता दें कि पोलिंग बूथ या मतदान के वक्त किसी पार्टी का चुनाव चिन्ह का इस तरह से इस्तेमाल आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है।