जब कोई आजादी किसी दूसरे के मान-सम्मान या निजी जिंदगी को  नुकसान पहुंचान लगते हैं तो उसके आजादी पर पाबंदी लगाना आवश्यक हो जाता है। देश में वैसे भी अभिव्यक्ति की आजादी पर काफी बहस हो चुकी है। वहीं पत्रकारों के लिए भी नियम-कानून बनाए गए हैं ताकि वो कुछ भी न लिख दें। लेकिन अभी भी ऐसे मामले आते हैं जिसमें किसी दूसरे की मान-मर्यादा का नुकसान होता है। ऐसा ही मामला कर्नाटक में घटा जहां रवि बेलागेरे और अनिल राजू नामक दो पत्रकारों को विधायकों पर अभद्र आलेख लिखने की वजह से दण्डित किया गया।

कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के बी कोलीवाड ने दोनो पत्रकारों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। उन्होंने दोनों पत्रकारों पर सिर्फ एक-एक साल की सजा ही नहीं सुनाई बल्कि दोनों पर दस-दस हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। आदेसानुसार विधानसभा सचिवालय ने पत्र लिखकर बेंगलुरू पुलिस कमिश्नर को दोनों पत्रकारों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधायकों के खिलाफ अभद्र आलेख लिखने के जुर्म में कन्नड़ पत्रिका के दोनों पत्रकारों को दण्डित किया जाता है। कोलीवाड ने कहा कि, मैं विशेषाधिकार समिति की सिफारिशों को मंजूरी देता हूं जिसने हाय बेंगलुरू और येलहांका वॉयस के संपादकों को एक साल के  लिए जेल भेजने और उन पर 10,000 रुपए का जुर्माना लगाने की सिफारिश की। बता दें कि रवि बेलागेरे ‘हाय बेंगलुरू’ के संपादक हैं जबकि ‘येलहांका वॉयस’ के संपादक अनिल राजू हैं।

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