वाजपेयी जी के निधन का दुख सभी को है। भले ही उनका शरीर इस दुनिया को छोड़कर चला गया हो पर उनके विचार हमेशा लोगों के दिलो में जिंदा रहेंगे। इसी तरह देश के नामी विश्वविद्यालयों में गिना जाने वाला जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय भी उनकी याद में अपने नए स्कूल का नाम उन्हीं के नाम पर रखने की तैयारी में है। दरअसल, जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हाल ही में खुले स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप का नाम बदल दिया गया है। अब इसका नाम अटल बिहारी वाजपेयी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप होगा।  गुरुवार को जेएनयू की एग्जिक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में यह तय किया गया। इसके अलावा मीटिंग में फैसला लिया गया कि सभी रेगुलर स्टाफ के लिए अटेंडेंस जरूरी होगी। मीटिंग में पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी गई।

देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन बीते 16 अगस्त को दिल्ली के एम्स में हुआ था। भाजपा की ओर से फिलहाल देश के अलग-अलग राज्यों में अटल कलश यात्रा निकाली जा रही है। ऐसे में जेएनयू ने भी वाजपेयी जी को याद किया। गुरुवार को जेएनयू में 275वीं ईसी मीटिंग में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया गया। इसके बाद मीटिंग में प्रपोजल दिया गया कि अगले सेशन से शुरू हो रहे स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड आंत्रप्रिन्योरशिप का नाम अटल के नाम पर रखा जाए। इस प्रस्ताव को मंजूरी भी दी गई।

मीटिंग में यह भी फैसला लिया गया कि एचआरडी मिनिस्ट्री की नई फंडिंग स्कीम के तहत ‘हायर एजुकेशन फंडिंग एजेंसी’ से फंडिंग के लिए अप्लाई किया जाएगा। हॉस्टल, रिसर्च इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्टूडेंट्स के लिए बाकी फैसिलिटी के लिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा।  खबरों के मुताबिक, जेएनयू अब रिसर्च, इनोवेशन व तकनीक के अलावा हॉस्टल व छात्रों को सुविधा देने के लिए हायर एजुकेशन फंडिंग एजेंसी (हीफा) से 516  करोड़ रुपये का कर्ज लेगा। इस राशि में से 10 फीसदी ही विश्वविद्यालय को 20 सालों में चुकाना होगा।

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