रामजस कॉलेज का हंगामा हर दिन एक नया मोड़ ले रहा है। जाने माने लोग इस मामले में अपनी-अपनी टिप्पणीयां कर रहे हैं। लेखक और गीतकार जावेद अख्तर के किए हुए ट्वीट पर पहलवान बबीता फोगाट ने अपना ट्वीट करके पलटवार किया। बबीता ने अपने ट्वीट में कहा कि पढ़ लिख कर गद्दारी करने से अच्छा है अनपढ़ रहकर देशभक्त बने और देश के लिए खेलकर देश का नाम रोशन करे। बबिता ने अख्तर के जवाब में कहा है कि देशभक्ति किताबों से नहीं आती।
पढ़ लिख कर गद्दारी करने से अच्छा है अनपढ़ रहकर देशभक्त बने और देश के लिए खेलकर देश का नाम रोशन करे… ek bar bolo #hindustanjindabad# https://t.co/Ztc6Mhww52
— Babita Phogat (@BabitaPhogat) March 1, 2017
जावेद अख्तर ने ट्वीट करके 20 साल की गुलमेहर का समर्थन करते हुए उन तमाम लोगों पर निशाना साधा था जिन्होंने इस पूरे मसले पर अपना पक्ष रखा था। जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में कहा कि यदि कोई बमुश्किल साक्षर खिलाड़ी या पहलवान एक शहीद की शांतिप्रिय पुत्री को ट्रोल करता है तो यह समझा जा सकता है, लेकिन कुछ पढ़े-लिखे व्यक्तियों को क्या हो गया है। इसी के साथ जावेद अख्तर ने वीरेंद्र सहवाग और पहलवान योगेश्वर दत्त की आलोचना की थी।
If a hardly literate player or a wrestler troll a pacifist daughter of a martyr its understandable but whats wrong with some educated folks
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 28, 2017
इस ट्वीट के बाद योगेश्वर दत्त ने पलटवार करते हुए कहा कि कबीरदास जी भी कभी विद्यालय नहीं गए पर फिर भी उनके व्यवहारिक ज्ञान को हर कोई सलाम करता है। जावेद अख्तर के ट्वीट करने से पहले योगेश्वर दत्त का बयान था कि जो लोग देश से गद्दारी करते हैं, उन्हें फांसी होनी चाहिए चाहे वो कोई भी क्यों न हो, देश से बढ़कर कोई नहीं होता।
गुरमेहर कौर पर वीरेंद्र सहवाग, योगेश्वर दत्त, गीता फोगाट, जावेद अख्तर और केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने अपने बयान सोशल मीडिया पर डाले थे। फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने जावेद अख्तर के शिक्षा को लेकर दिए हुए बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि ‘सर, कम पढ़े-लिखे होने का अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से कोई लेना देना नहीं हैं। मैं छठवीं फेल स्टूडेंट हूं फिर भी कोई भी मुझे मेरे विचार व्यक्त करने से नहीं रोक सकता।