Javed Akhtar: गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) के खिलाफ मुंबई में मुलुंड पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तालिबान से तुलना करने वाले कथित बयान के लिए एफआईआर दर्ज की है। समाचार एजेंसी ‘पीटीआई’ ने यह जानकारी दी। इससे पहले 27 सितंबर को महाराष्ट्र में ठाणे की एक अदालत ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ को लेकर की गयी टिप्पणी के लिए जावेद अख्तर के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने का आदेश दिया था। जावेद अख्तर के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया गया था।
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और संयुक्त दीवानी जज (सीनियर डिविजन) की अदालत में आरएसएस कार्यकर्ता विवेक चंपानेरकर ने मुकदमा दायर किया था। कारण बताओ नोटिस का जवाब 12 नवंबर तक मांगा गया था। दरअसल, एक निजी समाचार चैनल से बातचीत में जावेद अख्तर ने कहा था कि तालिबान एक इस्लामिक देश चाहता है और आरएसएस एक हिंदू राष्ट्र चाहता है। दोनों में कोई फर्क नहीं है।
जिसके बाद बीजेपी ने जावेद अख्तर की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गीतकार के घर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया था। बीजेपी नेता राम कदम ने धमकी दी थी कि जावेद अख्तर ने माफी नहीं मांगी तो वे उनकी फिल्मों की स्क्रीनिंग नहीं होने देंगे।
मामले में शिवसेना ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बचाव भी किया था। शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया था, “हिंदुत्व के नाम पर पागलपन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आप ऐसा कैसे कह सकते हैं कि जो हिंदू राष्ट्र के समर्थक हैं वे तालिबान जैसे हैं? हम आपसे सहमत नहीं हैं।”
सामना में लिखा गया, “हर मौके पर…. अख्तर ने धार्मिक कट्टरपंथियों को जवाब दिया। धमकियों के बावजूद उन्होंने वंदे मातरम गाया था। पर हम तालिबान के साथ तुलना स्वीकार नहीं कर सकते हैं।”
यह भी पढ़ें: Farmer Protest: अदालत से किसानों को झटका, Supreme Court ने 43 किसान संगठनों को जारी किया नोटिस