किश्तवाड़ में दूसरे दिन भी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी, एक जवान हुआ शहीद

0
3
किश्तवाड़ में दूसरे दिन भी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी
किश्तवाड़ में दूसरे दिन भी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ ज़िले का चतरू इलाका इन दिनों सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चल रही भीषण मुठभेड़ का गवाह बन चुका है। सिंहपोरा के घने और दुर्गम इलाके में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन दूसरे दिन भी जारी है। इस अभियान के दौरान देश ने एक बहादुर सिपाही को खो दिया।

शहीद हुए सिपाही संदीप पांडुरंग गायकर महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के करंडी गांव से ताल्लुक रखते थे। वे ड्यूटी पर तैनात थे जब यह संघर्ष हुआ। उनकी शहादत पर सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। एक शांत गांव से आए इस युवा सैनिक ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए — यह सिर्फ एक खबर नहीं, एक परिवार के टूटने की कहानी भी है।

इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेर रखा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप (SOG), भारतीय सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम इस अभियान को अंजाम दे रही है। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और ऑपरेशन की रणनीति की समीक्षा की।

सूत्रों का कहना है कि जो आतंकी अभी घिरे हुए हैं, वे कुछ दिन पहले इसी इलाके में हुई एक मुठभेड़ के दौरान भाग निकले थे। लेकिन सुरक्षाबलों ने इस बार उन्हें चारों ओर से घेर लिया है। ऑपरेशन जारी है और हर संभावना को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई हो रही है।

गौरतलब है कि घाटी में बीते कुछ दिनों से आतंक विरोधी अभियानों में तेजी आई है। हाल ही में शोपियां में लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराया गया था, और त्राल में जैश के तीन अन्य आतंकियों को ढेर किया गया था। इन अभियानों में भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए गए हैं।

किश्तवाड़ का यह अभियान सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं, बल्कि आतंक के खिलाफ भारत की एक स्पष्ट और मजबूत जवाबी कार्यवाही है — जिसमें हर जवान की हिम्मत और हर शहादत एक नई कहानी बयां करती है।