अब तक भारतीय सेना देश के सुरक्षा व्यवस्था में ही अपनी मुख्य भूमिका अदा करते थे। लेकिन अब वो देश के आंतरिक विकास में भी अपना सहयोग देंगे। खबरों के मुताबिक, देश की सैन्य छावनियां भी अब ‘स्मार्ट सिटी‘ बनेगी। भारतीय सेना देश में 2,000 मिलिटरी स्टेशन्स को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित करने के प्लान को अंतिम रूप देने में जुटी है। सैन्य अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक इस योजना की शुरूआत सबसे पहले 58 सैन्य छावनियों से होगी। उसके बाद धीरे-धीरे देस की सभी छावनियों को इसमें शामिल कर लिया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि पायलट प्रॉजेक्ट के लिए 58 छावनियों की पहचान कर ली गई है। एक अधिकारी ने बताया कि, ‘हम सैन्य छावनियों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करना चाहते हैं, जहां सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। नवीनतम तकनीकी से युक्त आईटी नेटवर्क इसकी मुख्य विशेषता होगी।’ साथ ही इसमें अन्य आधुनिक तकनीकी का विस्तार किया जाएगा। बता दें कि यह पहल आर्मी के उस आधुनिकीकरण अभियान का हिस्सा है, जिसमें देशभर के सभी सैन्य प्रतिष्ठानों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने की परिकल्पना की गई है। भारतीय सेना इसके साथ ही सेना की क्षमता बढ़ाने और रक्षा खर्चों को नए सिरे से नियंत्रित करने की नीति डीबी शेकतकर की सिफारिशों पर भी आगे बढ़ रही है।
रक्षा मंत्रालय ने कमिटी की 99 सिफारिशों को सशस्त्र बलों के पास भेजा, ताकि इन पर अमल की योजना बनाई जा सके। शांति वाले इलाकों में आर्मी के अपने डाक संस्थानों और फार्मों को बंद किया जाएगा। छावनियों को स्मार्ट सिटी बनाने पर काम शुरू हो गया है। अगर सबकुछ सही रहा तो जल्द ही 2 हजार छावनी स्मार्ट और तकनीकी रूप से मजबूत होंगी।