भारत ने अमेरिका और अन्य देशों के साथ संयुक्त पहल के तहत अपने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार से लगभग 5 मिलियन बैरल तेल बेचने की योजना बनाई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ऐसा एक सप्ताह के भीतर किया जा सकता है। मामले के जानकारों का कहना है कि भारत और अन्य देश बाद में अधिक कच्चे तेल की बिक्री पर विचार कर सकते हैं।
ओपेक गठबंधन के प्रभाव को चुनौती
यह बताता है कि प्रमुख तेल उपभोक्ता वैश्विक बाजारों पर ओपेक गठबंधन के प्रभाव को चुनौती देने के लिए मिलकर काम करने को तैयार हैं। संयुक्त अरब अमीरात ने आज कहा कि प्रमुख उपभोक्ताओं के दबाव के बावजूद ओपेक को उत्पादन तेजी से बढ़ाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
अमेरिका भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर कर सकता है घोषणा
वहीं, राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर आधिकारिक तौर पर एक घोषणा करने की तैयारी कर रहे हैं। चीन ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह अपने राष्ट्रीय भंडार से भी बिक्री की तैयारी कर रहा है।
ओपेक द्वारा बाजार में आपूर्ति को और तेज करने की मांग को ठुकराने के बाद अमेरिका ने प्रमुख एशियाई तेल उपभोक्ताओं को अपने भंडार का इस्तेमाल करने की वकालत करना शुरू कर दिया है।
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