भारतवासियों को इंटरनेट की कितनी जरूरत थी, यह अब पता चल रहा है। पहले जब 50 रु, 100 रु, में कुछ जीबी डेटा लोगों को मिलता था तो बहुत कठिनाइयों से लोग डेटा का इस्तेमाल करते थे लेकिन अब इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं भी करना हो तो भी लोग कुछ न कुछ करते रहते हैं। बता दें कि देश में स्मार्टफोन यूजर्स रोजाना औसतन 1 जीबी डेटा का इस्तेमाल करते हैं, जबकि डेढ़ साल पहले तक यूजर्स महीनेभर में सिर्फ 4 जीबी डेटा का ही इस्तेमाल किया करते थे। इस बात की जानकारी नीलसन इंडिया ने ‘नीलसन स्मार्टफोन 2018’ रिपोर्ट में दी है। नीलसन इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ऑनलाइन एक्टिविटी के मामले में प्रीमियम सेंगमेंट के ग्राहक ज्यादा आगे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, एंट्री-लेवल और मिडिल-लेवल हैंडसेंट रखने वाले ग्राहक ऑनलाइन एक्टिविटी में रोजाना औसतन 90 मिनट से ज्यादा समय खर्च करते हैं जबकि प्रीमियम सेंगमेंट के ग्राहक 130 मिनट तक का समय खर्च करते हैं।
नीलसन के मुताबिक, भारत में स्मार्टफोन की कीमत और डेटा की दरें काफी सस्ती हैं, जिस वजह से भारत दुनिया में सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट के रूप में उभरा है। इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए नीलसन इंडिया ने स्मार्टफोन को उनकी कीमत के हिसाब से तीन कैटेगरीज में बांटा है। एंट्री-लेवल हैंडसेट : 5000 रुपए से कम कीमत, मिडिल-लेवल हैंडसेट : 5000-15000 रुपए के बीच, प्रीमियम हैंडसेट : 15000-25000 रुपए के बीच।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि एंट्री-लेवल हैंडसेट यानी 5000 रुपए से कम कीमत के स्मार्टफोन रखने वाले ग्राहकों में से आधे ग्राहकों की उम्र 15 से 24 साल के बीच है। जबकि प्रीमियम सेंगमेंट यानी 15 से 25 हजार की कीमत के बीच के स्मार्टफोन रखने वाले ग्राहकों में 60% 24 साल से ज्यादा उम्र के हैं।