जिस देश के लोग आलसी होंगे जाहिर है कि वो देश कभी भी प्रगति की राह में नहीं चल सकता। अगर जापान और चीन जैसे देशों को देखें तो उनके प्रगति पर होने का मुख्य कारण यही है कि वहां की जनता बड़ी ही मेहनती और फुर्तीली है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आलसी लोगों की एक सूची निकाली है जिसमें कुवैत को सबसे आलसी देशों में टॉप पर रखा गया है। डब्ल्यूएचओ के द्वारा जारी किए गए इस रिपोर्ट के अनुसार, इस दुनिया में हर चार में से एक व्यक्ति नियमित तौर पर व्यायाम नहीं करता है। 168 देशों के साथ किए गए इस सर्वे में युगांडा सबसे एनर्जेटिक देशों में पहले नंबर पर है। इस सूची में अमेरिका 143वें नंबर पर है, यूके 123वें नंबर पर है, सिंगापुर 126वें नंबर पर है जबकि ऑस्ट्रेलिया 97वें नंबर पर है।
योगा को पहचान दिलाने वाला भारत देश खुद 117वें नंबर पर है। वहीं पाकिस्तान, अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देश भारत से पीछे हैं मतलब यहां के लोग भारतीयों से भी कुछ ज्यादा ही आलसी हैं। फिलिपींस 141वें रैंक पर है तो ब्राजील 164वें रैंक पर है। बताया जाता है कि डब्ल्यूएचओ ने वैसे लोगों के आधार पर ये सूची जारी की है जो रोजाना कम से कम 75 मिनट तक एक्सरसाइज करते हैं या हर सप्ताह लगभग 150 मिनट तक एक्सरसाइज करते हैं।
इस रिपोर्ट के अनुसार कुवैत, अमेरिकन समोआ, सऊदी अरब और इराक की आधी से ज्यादा आबादी नियमित तौर पर एक्सरसाइज नहीं करती है। युगांडा में इसके विपरित केवल 5.5 फीसद लोग ऐसे हैं जो एक्सरसाइज नहीं करते हैं इससे पता चलता है कि यहां के लोग सबसे ज्यादा शारीरिक रूप से एक्टिव रहते हैं।