One Nation-One Election: मुंबई में इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक का आज शुक्रवार (1 सितंबर) को दूसरा दिन था। एक ओर जहां केंद्र सरकार ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को लेकर एक कमेटी बनाई है, वहीं पांच दिनों के लिए संसद का स्पेशल सत्र भी बुलाया गया है।
उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान सरकार संसद में इससे जुड़ा विधेयक पेश कर सकती है। बता दें, विपक्षी दलों में इसको लेकर हलचल तेज हो गई है। ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में विपक्षी नेताओं ने ‘एक देश, एक चुनाव’ को मोदी सरकार का षड्यंत्र करार दिया है।
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विपक्षी नेताओं की मीटिंग से पहले बातचीत में उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ चुनाव को आगे बढ़ाने की साजिश है। उन्होंने बताया कि आज की मीटिंग में संयोजक पद और समितियों पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने कल ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का गुब्बारा छोड़ा है। यह चुनाव न कराने की साजिश है, चुनाव आयोग तनाव में है, इंडिया गठबंधन से वे घबराए हुए हैं, हमारी ही मीटिंग पर उनका (बीजेपी) का ध्यान है।
‘One Nation-One Election’ इस देश में संभव नहीं!
मुंबई मीटिंग से पहले बातचीत में संसद के विशेष सत्र और सत्र के एजेंडे की अटकलों पर समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि ‘अगर वे (सरकार) विशेष सत्र बुलाना चाहती थी, तो विपक्षी दलों से बात करनी चाहिए थी। अब इसके बारे में (सत्र का एजेंडा) कोई नहीं जानता लेकिन सत्र बुला लिया गया है।” वहीं, जनता दल युनाइटेड के नीरज कुमार ने कहा कि ‘इंडिया गठबंधन से घबराकर भाजपा यह दांव चलने की कोशिश कर रही है।’ राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ‘एक देश, एक चुनाव’ इस देश में संभव नहीं है।
‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ को लेकर कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि हमारी मोहब्बत की दुकान है। उन्होंने कहा कि हम जीतेंगे, मैनडेट हमारे साथ है। केंद्र में जो हो रहा है, लोग परेशान हो गए हैं और लोग तंग आ चुके हैं। वन नेशन-वन इलेक्शन चुनाव के दौरान लाकर सरकार मुद्दों को डायवर्ट करने की कोशिश कर रही है। जब भी हो, हम हमेशा तैयार हैं।
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