भारतीय सेना दुनिया की सबसे बड़ी सेना में से एक मानी जाती है। इसका कारण भारतीय सेना में काफी मात्रा में शामिल होने वाले सैनिक हैं। आज दुनिया के इस विशाल भारतीय सेना में कुछ नए जांबाज अफसर शामिल हुए। राष्ट्र की आन, बान और शान की रक्षा के लिए देश के 423 भारतीय कैडेट्स तैयार हैं। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में कड़ी मिलिट्री ट्रेनिंग कर उक्त जांबाज शनिवार को पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार करते ही 423 जांबाज अफसर भारतीय सेना का मुख्य अंग बन गए। भारतीय कैडेट्स के साथ-साथ 67 विदेशी कैडेट्स भी भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट हुए हैं। इस मौके पर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने बतौर रिव्यूइंग अफसर परेड की सलामी ली।
शहीदों को दी श्रद्धांजलि
वहीं बीते शुक्रवार को भारतीय सैन्य अकादमी में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई थी। भारतीय सैन्य अकादमी स्थित युद्ध स्मारक पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसके उपाध्याय ने कहा कि देश की रक्षा में प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीदों को हर वक्त नमन करना चाहिए। इस मौके पर भावी अफसरों ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। स्मारक में लिखे करीब 841 अमर शहीदों के नामों को पढ़ने के बाद कैडेटों ने सभी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
यूपी से पास हुए सबसे ज्यादा कैडेट्स
इस बार आईएमए से पास हुए कैडेट्स में यूपी से सबसे ज्यादा 74 कैडेट पास आउट हुए। इसके अलावा कम जनसंख्या के बावजूद उत्तराखंड की धाक इस बार भी बरकरार है। राज्य के 40 जांबाज भारतीय सेना में अफसर बने।
आईएमए की ओर से जारी सूची के अनुसार पासआउट होने वाले कैडेटों के हिसाब से टॉप पर पर यूपी, दूसरे नंबर पर हरियाणा और तीसरे नंबर पर उत्तराखंड है। हालांकि छोटा राज्य होने के बाद भी देश को बहादुर जवान देने के मामले में उत्तराखंड का प्रदर्शन शानदार रहा है। पिछले साल यूपी ने पहले स्थान पर रहते हुए 98, बिहार ने दूसरे स्थान पर 60 और उत्तराखंड ने 52 कैडेट दिए थे।