महिलाओं पर उत्पीड़न के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। सरकार चाहे महिलाओं के सुरक्षा के लाख वादे कर ले, लेकिन अगर इसकी जमीनी हकीकत का जायज़ा लिया जाए तो महिलाओं और बच्चियों पर अत्याचार का यह सिलसिला हर बदलते दिन के साथ और भी ज्यादा दर्दनाक होता जा रहा हैं। ताजा मामला तिरुवनंतपुरम का हैं जहाँ एक 25 वर्षीय महिला ने केरल उच्च न्यायालय में अपनी शादी रद्द करने की याचिका दायर की है। महिला का आरोप है कि रिकॉर्डेड वीडियो के जरिए उसे ब्लैकमेल कर, यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता है।
महिला ने लगाया पति पर आरोप-
याचिकाकर्ता ने बताया कि उसे जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बनाया गया और सेक्स स्लेवरी के लिए दुबई लाया गया है। दर्ज याचिका में महिला ने अपने पति पर आरोप लगाया है कि ‘सऊदी अरब पहुंचने के बाद उसने अपना असली रंग दिखाया। यह शख्स सेक्स स्लेव के तौर पर काम करने के लिए मजबूर कर रहा है, इसकी सीरिया ले जाने की अन्य योजनाएं भी हैं। इन्होंने मुझसे कहा कि वह कुछ दिनों के अंदर ही सीरिया ले जाएंगे। आईएसआईएस के आतंकवादियों के हाथों मुझे बेचने की भी इनकी योजना थी, उन्होंने मुझे इस्लामिक कक्षाओं में शामिल होने और जाकिर नायक के वीडियो देखने के लिए मजबूर किया।’
पिता ने बचाई बेटी की लाज-
याचिकाकर्ता ने बताया, अक्टूबर के पहले हफ्ते में वह मुझे सीरिया जाने की योजना बना रहा था। 3 अक्टूबर 2017 को उसने अपने माता-पिता को इंटरनेट के जरिए इस बात की सूचना दी और खुद को बचाने की अपील की। जिसके बाद वह अपने पिता की मदद से 4 अक्टूबर को बच गई। याचिकाकर्ता के पिता ने व्हाट्सएप के जरिए एयर टिकट की स्कैन की गई प्रतिलिपि भेज दी। जिसके बाद याचिकाकर्ता 5 अक्टूबर 2017 को अहमदाबाद पहुंच पाई।
शादी का पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से हैं ताल्लुक-
पीड़ित महिला एक मलयाली परिवार में जन्मी है और गुजरात में पली बढ़ी हैं। उसने बताया कि बेंगलुरु में एक निजी संस्थान में अध्ययन करते समय वह उस शख्स से मिली थी। याचिकाकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि उसके पति का जबरन रूपांतरण और शादी कराने वाले कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से भी संबंध है।