मुरादाबाद: 34 साल की उम्र में भी कोई जाता है क्या। वो भी तब जब उसकी तीन मासूम बेटियां हो जिन पर उनकी मां जीते जी अपनी जान छिड़कती रही। लेकिन अमीर जहां को गरीबी ने ऐसा घेरा कि गरीबी में और सिस्टम के शिकंजे में जकड़कर और तड़पकर मर गई। अब उसकी तीन बेटियों के सामने पहाड़ सी जिंदगी मुंह बाये खड़ी है। लेकिन खुद के मुंह में डालने के लिए उसके पास अन्न का एक दाना तक नहीं है। इसे जन्म देने वाली मां को गरीबी ने लील लिया…मृतक महिला का नाम सिर्फ कहने भर को अमीर जहां था। लेकिन उसकी पूरी जिंदगी तंगहाली और फटेहाली में गुजरी…महज चौंतीस साल की उम्र में तीन दिनों से भूखी तीन बेटियों की मां अमीर जहां भूख के चंगुल में ऐसी फंसी कि, उनकी सांसें उखड़ गईं और वह गुजर गईं। दुनिया से रुखसत होने के पहले पडोंसियों के रहमो करम पर टिकी अमीर जहां को एक पड़ोसी ने छह रोटियां दीं लेकिन मां के कलेजे ने उसे बेटियों में बांट दिया…खुद निर्जला रह गई…गरीबी और भूख ने से बेहद कमजोर हो चुकीं अमीर जहां ने इस बेदर्द दुनिया को अलविदा कह दिया। लेकिन उसकी मौत केंद्र और यूपी सरकारों की चलने वाली तमाम सरकारी योजनाओं के मुंह पर किसी करारे तमाचे से कम नहीं है।
मुरादाबाद शहर के थाना मझोला के जयंतीपुर में किराये के छोटे से कमरे में रहने वाली अमीर जहां के घर सिर्फ ठनठनाते खाली बर्तन पड़े है। उन्होंने जीते जी बीपीएल से लेकर एपीएल कार्ड तक बनवाने की कोशिशें की लेकिन सिस्टम बेदर्द बना रहा…भूख और गरीबी से त्रस्त अमीर जहां ने इस जहान को ही अलविदा कह दिया।
गरीबी में जन्म से पलने वाली अमीर जहां के भूख से मरने की बात पर प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। लेकिन जीते जी उसकी सुध न लेने वाले मुरादाबाद प्रशासन ने फटाफट भूख से मौत की बात से इनकार कर दिया…जैसे कि महाभारत के संजय हों। योगी सरकार के राज्यमंत्री भूपेन्द्र चौधरी ने घटना को बेहद दुखदायR बताते हुए भूख से मौत मामले की जांच की बात कही है।
बेशर्म सिस्टम अमीर जहां की मौत के बाद जागा। रेड क्रॉस सोसायटी और प्रशासन ने अंतिम संस्कार और फौरी मदद के लिए पच्चीस हजार रुपये दिये…सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मदद के आदेश दिए हैं। अब तो अमीर जहां मिट्टी में मिल गई। लेकिन क्या अब उसकी तीन बेटियों तबस्सुम, रहनुमा और मुस्कान के भविष्य की सुध योगी सरकार लेगी क्योंकि बात सबका साथ, सबका विकास से लेकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की है साहेब।
-ब्यूरो रिपोर्ट एपीएन मुरादाबाद