योगी सरकार ने अयोध्या में छोटी दिवाली पर भव्य दीपोत्सव, फिर चित्रकूट में महाआरती करने के बाद अब मथुरा के वृंदावन और बरसाना को पवित्र तीर्थस्थल बनाने का एलान किया है। यह पहला मौका है जब प्रदेश में किसी धार्मिक स्थल को तीर्थस्थान का दर्जा दिया गया है।
बता दें कि योगी सरकार ने मथुरा जनपद की पूर्ववर्ती नगर पालिका परिषद वृंदावन और नगर पंचायत बरसाना के अधिसूचित क्षेत्र को ‘पवित्र’ तीर्थस्थल घोषित किया है। इस संबंध में शासन के धर्मार्थ कार्य विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके तहत अब यहां मांस-मदिरा का न तो क्रय विक्रय हो सकेगा और न ही इनका सेवन किया जा सकेगा, बल्कि इसे अपराध माना जाएगा।
कृष्ण नगरी मथुरा में सरकार के इस फैसले से कृष्ण भक्तों में काफी खुशी का माहौल है। प्रमुख सचिव सूचना, पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य अवनीश अवस्थी ने इस फैसले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पवित्र तीर्थ स्थल घोषित होने से वृन्दावन और बरसाना में मांस और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लग जाएगा। इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर एक्ट में संशोधन किया जाएगा। अवस्थी ने कहा कि “मथुरा जिले का वृंदावन क्षेत्र भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली एवं भगवान श्रीकृष्ण व उनके ज्येष्ठ भाई बलराम की क्रीड़ास्थली के रूप में विश्व विख्यात है। साथ ही, बरसाना राधारानी की जन्मस्थली और क्रीड़ास्थली है।”
उन्होंने आगे कहा कि,”इन पवित्र स्थानों पर देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने एवं पुण्य लाभ के लिए आते हैं। इन तीर्थस्थलों की पौराणिक महत्ता एवं पर्यटन की दृष्टि से इनके अत्यधिक महत्व को देखते हुए इन्हें पवित्र तीर्थस्थल घोषित किया गया है।”
इसके अलावा यमुना नदी में गिरने वाले नालों को रोकने के लिए केंद्र सरकार को भेजी गई 350 करोड़ की योजना भी स्वीकृत हो गई है। यहां सीवर लाइन के लिए भी स्टीमेट तैयार किया जा रहा है। एलइडी लाइट लगाने का भी प्रबंध है। बरसाना में रोप वे भी जल्द बनाया जाएगा। वहीं उपचुनाव के बाद बरसाना को अति शीघ्र नगर पालिका बनाने के लिए प्रस्ताव राज्य सरकार में विचाराधीन है।
गौरतलब है कि वृन्दावन में डेढ़ करोड़ तो बरसाना में 60 लाख श्रद्धालु हर साल पहुंचते है। वृंदावन में 5 हजार से भी ज्यादा मंदिर हैं। मथुरा और वृंदावन को पवित्र तीर्थस्थल घोषित कर योगी ने यूपी को स्पिरिचुअल टूरिज्म स्टेट बनाने की दिशा में पहल कर दी है। इसके लिए सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। साथ ही धर्मार्थ कार्य विभाग को भी अवगत करा दिया है।