आजकल कश्मीर में सोशल मीडिया में एक ऑडियो स्लाइड शो वायरल हो रहा है, जिसमें हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर जाकिर भट्ट उर्फ़ मूसा अलगाववादी नेताओं को धमकी देने के साथ ही घाटी में इस्लामी खलीफा का साम्राज्य स्थापित करने की बात कर रहा है।
सोशल मीडिया पर आए इस 5 मिनट 40 सेकंड के ऑडियो स्लाइडशो में मूसा ने सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले कश्मीरी अलगाववादियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर कश्मीर के मामले को धार्मिक के बजाय राजनीतिक बनाया गया तो उन्हें भी हिंसा का शिकार होना होगा।
मूसा ने क्लिप में कहा, ‘कुछ दिन पहले हुर्रियत के नेताओं ने एक बयान में कहा था कि कश्मीर की लड़ाई राजनीतिक है और इसका मजहब से लेना-देना नहीं है। हम हुर्रियत के लोगों को चेतावनी दे रहे हैं कि वे हमारे मामले में दखल न दें और अपनी गंदी सियासत पर ही ध्यान दें, नहीं तो उनके सिर काटकर लाल चौक पर टांग देंगे।’
मूसा ने उलेमाओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उलेमा लोग इस्लाम के ठेकेदार बन बैठे हैं पर अपना काम नहीं कर रहे हैं। अगर वे अपना काम सही ढंग से करते और हमारे उम्र के युवाओं को ताबूत और कुफ़्र का मतलब समझाते तो मुझे यह सब करने की जरुरत ही नहीं होती।
उसने युवाओं से जिहाद की अपील करते हुए कहा कि हमें कश्मीर में इंसानी कानून या लोकतंत्र की नहीं खुदा के कानून यानि शरिया की जरुरत है। मूसा ने भारत को मेमनों का देश बताते हुए कहा कि इस मेमने से देश में अपने इस्लाम को बचाने के लिए हमें शेर बनना होगा।
वहीं पुलिस महानिदेशक एसपी वैद्य ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि ऑडियो में सुनाई दे रही आवाज मूसा की ही है। वैद्य ने बताया कि हमारी तकनीक टीम ने ऑडियो विश्लेषण करते हुए मूसा के पहले के वीडियो और ऑडियो से इस क्लिप का मिलान किया और बताया कि यह आवाज मूसा की ही है।