झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के गृह जिला के ग्रामीण क्षेत्रों के कई इलाके ऐसे हैं जहां आज भी विकास की रोशनी नहीं पहुंची है । जमशेदपुर के गुड़ाबंदा प्रखंड इसका एक बड़ा उदाहरण है । यहां के बच्चे बारिश के इस मौसम में रोज जान हथेली पर रखकर नदी पार कर अपने स्कूल तक जाते हैं ।
ये बच्चे गुड़ाबंदा प्रखंड के कोड़कोचा मध्य विद्यालय के हैं । विद्यालय तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं है। ऐसे में बच्चों के पास अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है । इस स्कूल में करीब डेढ़ सौ बच्चों का नाम दर्ज है..लेकिन सिर्फ 20 से 25 बच्चे ही स्कूल आते हैं और इसका मुख्य कारण है स्कूल तक सड़क का नहीं होना।
बारिश शुरू होते ही बच्चे अपने सर पर किताब और कपड़ा रखकर नदी पार करते हैं..।और जान हथेली पर रखकर पढाई करने के लिए स्कूल पहुंचते हैं। नक्सल प्रभावित होने के कारण केंद्र और राज्य सरकार की नजर इस इलाके पर विशेष तौर पर है।.वैसे तो इलाके के विधायक और सांसद भी कई बार यहां पहुंचकर गांववालों को सड़क बननाने का भरोसा दे चुके हैं, लेकिन हालत जस की तस है । बारिश शुरु होते ही गांव टापू में तब्दील हो जाता है.. ।यहां तक कि स्कूल में शिक्षक भी समय पर नहीं आते ।
—एपीएन ब्यूरो