महाराष्ट्र और गुजरात के कई जिलों में तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान ताउते अब धीमा हो गया है। इस तूफान के कारण गुजरात और महाराष्ट्र में भारी तबाही हुई है। तूफान कमजोर हो गया लेकिन इसका असर दिल्ली, एनसीआर और उत्तर भारत में दिख रहा है। इसमें राजस्थान, हरियाणा आदि राज्य शामिल हैं। दिल्ली-एनसीआर में बुधवार से ही बारिश हो रही है। हालांकि की बारिश अब थम गई है लेकिन रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही है।
गर्मी के मौसम को बारिश ने ठंड में तबदील कर दिया है। तापमान ने छलांग लगाई है। दिल्ली और उसके आस-पास के इलाके का तापमान 23 ड्रिग्री है। इस बार बारिश ने दिल्ली में 35 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीं इस साल जल्दी मॉनसून आने की संभावना जताई जा रही है।
अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ताउते पश्चिमी राज्यों में असर दिखाने के बाद उत्तर भारत पहुंचते हुए धीमा हुआ तो यहां बारिश होने लगी। बुधवार सुबह से शुरू हुई बारिश गुरुवार तक जारी रही। हालात ये हुए कि दिल्ली में बीते दिन अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री तक जा पहुंचा, जो मई 1951 के बाद मई में दिन में रिकॉर्ड हुआ सबसे कम अधिकतम तापमान है।
भारतीय मौसम विभाग ने इस बात की पुष्टि की है कि, ताउते तूफान के कारण ही मौसम का नया रंग दिख रहा है। गर्मी के मौसम में ठंड का ऐसास हो रहा है। चक्रवाती तूफान के कारण ही दिल्ली- एनसीआर, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा आदि राज्यों में बारिश हुई है। जानकारों का कहना है क, इस बार मॉनसून जल्दी दस्तक देगा।
भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि ताउते के कारण इस साल के मॉनसून पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्योंकि तूफान आने और मॉनसून के वक्त में कुछ अंतर है। ऐसे में इस साल भी केरल में मॉनसून 1 जून तक दस्तक दे सकता है, हालांकि ये 30 या 31 मई तक आने की भी संभावना है। लेकिन उत्तर भारत में जो अब बरसात हुई है, उसके पीछे प्री-मॉनसून और ताउते ही अहम कारण है।