देशभर से एक के बाद एक बैंक घोटालों के खुलासे हो रहे हैं। पंजाब नेशनन बैंक, ओरिएंटल बैंक, रोटोमैक कंपनी के घोटाले के बाद अब गुजरात से एक और बड़ा फ्रॉड सामने आया है। डायमंड पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित भटनागर पर 19 बैंकों का 2654.40 करोड़ रुपये नहीं चुकाने का आरोप है। सीबीआई ने वडोदरा के उद्योगपति अमित भटनागर के ठिकानों पर छापेमारी की।
सीबीआई की इकोनॉमिक ऑफेंस टीम ने अमित भटनागर और उनके परिवार के सदस्यों के ठिकानों पर छापेमारी की है। वडोदरा के व्हिसलब्लोवर ने सबसे पहले अमित भटनागर के 40 करोड़ सेनवेट क्रेडिट स्कीम के बारे में अथॉरिटीज को सूचित किया था, मगर उनकी चिट्ठी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। व्हिसलब्लोवर शैलेष अमीन का कहना है कि अगर उसी समय कार्रवाई होती तो इतना बड़ा स्कैम नहीं होता।
सीबीआई ने बताया कि छापेमारी के दौरान काफी अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिसमें अमित भटनागर की कई कम्पनियों में नेताओं के सगे-संबंधियों की पार्टनरशिप का खुलासा हुआ है, लेकिन छापेमारी से चंद घंटे पहले अमित भटनागर वडोदरा से फरार हो गया।
उल्लेखनीय है कि अमित भटनागर PM नरेंद्र मोदी की अति महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एम्बेसडर रह चुका है। अमित भटनागर की कंपनी डायमंड पॉवर इंडस्ट्रियल केबल और ट्रांसफार्मर का उत्पादन करती है। डायमंड पॉवर के नाम पर पिछले 10 वर्षों में अनेक बैंकों से कर्ज लिए गए। अमित भटनागर के राज्य सरकार में कई मंत्रियों और BJP नेताओं से नजदीकी संबंध रहे हैं और PM मोदी, मुख्यमंत्री विजय रुपानी, पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के साथ उसकी कई तस्वीरें हैं।
गुजरात के ऊर्जा मंत्री और BJP के कद्दावर नेता सौरभ पटेल से भी अमित भटनागर के करीबी संबंध रहे हैं। बताया जाता है कि शीर्ष नेताओं से निकटता के चलते ही उसकी कंपनी को आराम से कर्ज मिल जाता था।
अब इस बैंक फ्रॉड को लेकर मुख्य विपक्ष दल कांग्रेस ने BJP पर निशाना साधा है। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता निलेश ब्रह्मभट्ट का कहना है कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए। अगर जांच होगी तो गुजरात सरकार के कइ मंत्रियों के नाम इस घोटाले में सामने आएंगे।