सिंगल पैरेंट्स को मद्दे नजर रखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। पुरूष कर्मचारियों को बच्चे की देखभाल करने के लिए लीव देने का फैसला किया है। इस बात की घोषणा केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को की है।
जितेंद्र सिंह ने कहा सिंगल पैरेंट्स यानी की जो पुरूष अपने बच्चे को अकेले पालता है वह बच्चे की देखभाल करने के लिए लीव ले सकता है। महिलाओं को ये सुविधा तो पहले से ही मिली हुई है। पुरूषों को लीव मिलने से बच्चों की देखभाल करने में आसानी होगी।
बता दें कि सिंगल पैरेंट्स में वे लोग आते हैं जिन्होंने शादी नहीं की है, किसी कारणवश तलाक हो गया है या पत्नी का देहांत हो गया है। इस तरह के लोगों को बच्चे को पालने में खासा दिक्कत होती है।
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केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि यह एक प्रोग्रेसिव रिफॉर्म हैं, जिससे सरकारी कर्मचारियों का जीवन आसान बनेगा। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार ने यह फैसला कुछ दिन पहले लिया था लेकिन किन्हीं कारणों से यह सार्वजनिक रूप से इस पर चर्चा नहीं हुई।
इस विषय पर चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा यदि कोई पैरेंट्स चाइल्ड केयर लीव पर है तो उस दौरान भी वो ट्रैवल कंशेसन का लुत्फ उठा सकता है।
बयान के मुताबिक, चाइल्ड केयर लीव के पहले साल 100 प्रतिशत सैलरी कर्मचारी को मिलेगी। वहीं दूसरे साल उसे 80 फीसदी तक सैलरी दी जाएगी। बता दें कि चाइल्ड केयर लीव दो साल तक के लिए मिलती है।
सिंह ने कहा कि इनपुट के आधार पर दिव्यांग बच्चों के मामलों में 22 साल की उम्र तक बाल देखभाल अवकाश की शर्त को हटा दिया गया है। अब सरकारी कर्मचारी दिव्यांग बच्चे के लिए बाल देखभाल अवकाश किसी भी उम्र तक ले सकते हैं।