अगर आप आज सोना या चांदी खरीदने की सोच रहे हैं तो बाजार में कदम रखने से पहले यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। सोमवार, 21 जुलाई 2025 को कीमती धातुओं की कीमतों में एक बार फिर से उछाल देखने को मिला है। आर्थिक राजधानी मुंबई में आज 22 कैरेट सोने का भाव 91,690 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है, जबकि 24 कैरेट सोना 1,00,030 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है। चांदी की कीमत भी चढ़कर 1,15,900 रुपये प्रति किलो हो गई है।
देशभर के प्रमुख शहरों में क्या हैं ताजा रेट?
राजधानी दिल्ली में आज 24 कैरेट सोने की कीमत 1,00,180 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है, वहीं 22 कैरेट सोना 91,840 रुपये में बिक रहा है। कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरु में भी 24 कैरेट सोना 1,00,030 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है, जबकि 22 कैरेट सोना इन शहरों में 91,690 रुपये के भाव पर मिल रहा है।
जयपुर, पटना और अहमदाबाद में भी सोने की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इन शहरों में 24 कैरेट सोना 1,00,180 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से कारोबार कर रहा है। अहमदाबाद में 22 कैरेट सोना 91,840 रुपये में बिक रहा है, जबकि जयपुर और पटना में इसकी कीमत 91,740 रुपये है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार पर नजर
दुनिया भर में चल रही ट्रेड डील चर्चाओं और अमेरिकी नीति के प्रभाव से सोने के अंतरराष्ट्रीय दामों में भी हलचल देखने को मिल रही है। यूएस स्पॉट गोल्ड फिलहाल 3,352.19 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है, जबकि गोल्ड फ्यूचर्स 3,358.70 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच चुका है। निवेशकों की निगाहें अब अमेरिका के संभावित टैरिफ फैसलों और 1 अगस्त से पहले होने वाली वैश्विक ट्रेड डील्स पर टिकी हुई हैं। अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवार्ड लुटनिक ने हाल ही में यूरोपीय संघ के साथ सकारात्मक व्यापारिक संबंधों की बात कही है।
कीमतें कैसे होती हैं तय?
सोने-चांदी के दाम प्रतिदिन कई वैश्विक और स्थानीय कारकों के आधार पर तय किए जाते हैं। इनमें डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति, सीमा शुल्क, अंतरराष्ट्रीय कीमतों में बदलाव, और राजनीतिक या आर्थिक अस्थिरता जैसे तत्व शामिल हैं। जब वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता का माहौल बनता है, तो निवेशक सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने की ओर रुख करते हैं, जिससे इसकी कीमतें बढ़ जाती हैं।
भारत में सोने का महत्व केवल निवेश तक सीमित नहीं है, यह सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बेहद अहम है। शादी-ब्याह, तीज-त्योहार या शुभ अवसरों पर सोने की मौजूदगी को शुभ माना जाता है। इसके साथ ही यह परिवार की आर्थिक स्थिति और स्थायित्व का भी प्रतीक बन चुका है। वर्षों से यह कीमती धातु महंगाई के मुकाबले बेहतर रिटर्न देती आई है, यही वजह है कि इसकी मांग कभी कम नहीं होती।