हरियाणा की खट्टर सरकार ने अपने कर्मचारियों को एक और फरमान सुनाया है। मनोहर लाल खट्टर ने आदेश जारी कर कहा है कि सरकारी कर्मचारियों को ससुराल से मिले सामान का ब्योरा देना होगा। जारी आदेशों के अनुसार अब हरियाणा सरकार के अधीन कार्यरत सभी कर्मचारियों को ससुराल से मिले सामानों और धनराशि का ब्योरा देना होगा। कर्मचारी को सारी जानकारी अधिकारियों के माध्यम से मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली में अपलोड करना होगा। ये आदेश मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से जारी किया गया है।
ये निर्देश पहले सरकार ने दहेज विरोधी कानून के तहत जारी किए थे। ताकि जो भी कर्मचारी शादी करे, ससुराल से मिले सामानों और धनराशि की जानकारी दे सके।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम विलास शर्मा ने कहा कि ये सरकार का कोई नया पत्र नहीं है, वेरिफिकेशन होता रहता है। सामान्य सूचना है साधारण बात है। उन्होंने कहा कि ये पत्र अवैध और गैर कानूनी नहीं है। बहरहाल हरियाणा सरकार इस तरह के फैसले करके चर्चा में रहती है। इससे पहले भी कई ऐसे फैसले किए जो मीडिया में सुर्खियां बनी।
कुछ दिन पहले ही हरियाणा सरकार ने अधिकारियों को फरमान सुनाया था। सरकार ने आदेश जारी कर कहा था कि जब सरकारी विभाग के दफ्तरों में सांसद या विधायक पहुंचें, तो संबंधित अफसर को प्रोटोकॉल के तहत अपनी कुर्सी से खड़े होकर उनका अभिवादन करना चाहिए। इस आदेश से पहले सरकार ने खिलाड़ियों को नया आदेश जारी किया था। हरियाणा सरकार ने अपने विभागों में कार्यरत खिलाड़ियों को व्यवसायिक और पेशेवर प्रतिबद्धताओं से होने वाली उनकी कमाई का एक तिहाई हिस्सा राज्य खेल परिषद में जमा कराने को कहा था। लेकिन इस फैसले का विरोध हुआ और आखिर कर सरकार को ये फैसला वापस लेना पड़ा।