वरिष्ठ नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री वय वंदन योजना (PMVVY)  में मह्त्वपूर्ण बदलाव कर निवेश की सीमा बढ़ाकर 15 लाख रुपये करने का फैसला किया है। इस प्रस्ताव को बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंजूरी दी गई हैकेंद्र के इस कदम से वरिष्ठ नागरिकों को हर माह 10,000 रुपये पेंशन मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। साथ ही वरिष्ठ नागरिक अब 31 मार्च 2020 तक इस योजना के सदस्य बन सकेंगे।

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री वय वंदन योजना में फिलहाल निवेश की सीमा प्रति परिवार 7.5 लाख रुपये है जिसे कैबिनेट ने बढ़ाकर 15 लाख रुपये करने का फैसला किया है। इससे वरिष्ठ नागरिकों की सामाजिक सुरक्षा का कवर बढ़ जाएगा। कैबिनेट ने प्रधानमंत्री वय वंदन योजना की सदस्यता लेने के लिए अंतिम तिथि भी चार मई 2018 से बढ़ाकर 31 मार्च 2020 करने का निर्णय किया है। केंद्र ने यह कदम वित्तीय समावेशन और सामाजिक सुरक्षा के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता के तहत उठाया है।

आपको बता दें कि मार्च 2018 तक 2.23 लाख वरिष्ठ नागरिकों को इस पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है। इसके तहत वरिष्ठ नागरिकों को दस साल तक हर माह न्यूनतम 1000 रुपये पेंशन मिलने की गारंटी है। इसके लिए उन्हें डेढ़ लाख रुपये जमा करने होंगे। वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना-2014 के तहत 3.11 लाख वरिष्ठ नागरिकों को लाभ हुआ था।

PMVVY योजना क्या है।

प्रधानमंत्री वय वंदन योजना का क्रियान्वयन भारतीय जीवन बीमा निगम के माध्यम से किया जा रहा है। इसका उद्देश्य साठ साल से अधिक उम्र के लोगों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना को लेने वाले सदस्यों को दस साल तक आठ प्रतिशत सुनिश्चित रिटर्न के रूप में वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन मिलती है। वरिष्ठ नागरिक मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक आधार पर पेंशन ले सकते हैं। अगर एलआइसी इस योजना के फंड पर आठ प्रतिशत रिटर्न जेनरेट नहीं कर पाती है तो सरकार उसकी भरपाई करने के लिए सब्सिडी देती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here