उत्तर प्रदेश सरकार भले ही सूबे में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के तमाम वायदें करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत इन सभी दावों की पोल खेलती नजर आ रही है। उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक नवजात बच्चे को महज इसलिए अपनी जान गंवानी पड़ी क्योंकि परिवार के पास अस्पताल को देने के लिए पैसे नहीं थे।

दरअसल, बहराइच जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र के गोबरहा गांव निवासी लल्लू ने अपनी पत्नी रेशमा को सोमवार सुबह प्रसव पीड़ा होने पर जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया। जन्म के बाद बच्चे को आईसीयू में रखा गया। वहीं बताया जा रहा है क परिजनो के पैसे नहीं देने पर स्वास्थ्यकर्मियों ने बच्चे के मुंह से ऑक्सीजन पाइप निकाल दिया, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। अस्पताल में नवजात की मौत के बाद नाराज परिजनों ने जमकर हंगामा किया।

परिजनों का आरोप है कि उनसे उपचार के लिए एक हजार रुपये की मांग की गई। यही नहीं, जब पैसे नहीं दिए गए तो स्वास्थ्यकर्मियों ने ऑक्सीजन पाइप निकाल दिया, जिसकी वजह से नवजात शिशु की मौत हो गई।

नवजात के पिता लल्लू का आरोप है कि प्रसव के बाद ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने एक हजार रुपये मांगे। उनके पास पैसे नहीं थे, जिसकी वजह से उन्होंने अपनी क्षमता के मुताबिक दो सौ रुपये दिए लेकिन वह नहीं माने। पिता का आरोप है कि रुपये न देने पर नर्स ने नवजात को लगा ऑक्सीजन पाइप निकाल दिया और उनसे कागज पर बच्चे की स्थिति गंभीर होने की बात लिखवा ली।

वहीं मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। वहीं कोतवाली नगर पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया।

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