किसानों को लेकर देशभर में हाहाकार मचा हुआ है। कहीं किसानों को उनके फसलों का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है तो कहीं उनकी जमीन जबरन अधिग्रहित कर ली जा रही है। कहीं किसानों पर गोलियां बरसाई जा रही हैं तो कहीं किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है। इसी तरह एक बार फिर किसान को लेकर एक नया मामला सामने आया है। हालांकि इस मामले में किसान कोई पीड़ित आदमी नहीं है। दरअसल, हिंडन एयरफोर्स स्टेशन से घरेलू उड़ान सेवा शुरू करने का सपना जमीन लीज को लेकर विवाद नहीं सुलझ पाने के कारण पूरा नहीं हो पा रहा है। प्रशासन को सबसे ज्यादा अड़चन एक किसान परिवार से जुड़ी जमीन लीज पर आ रही है। इसी वजह से अभी तक लीज डीड पर किसानों के हस्ताक्षर नहीं हो पाए हैं।

हालांकि प्रशासन कोशिश में है कि जमीन लीज पर लिए जाने संबंधी मुद्दे को जल्द सुलझा लिया जाए। इसके लिए लगातार वार्ता जारी है। प्रशासन का तर्क है कि जैसे ही शासन से प्रारूप स्वीकृत होकर आता है तो नए सिरे से वार्ता की जाएगी। एयरफोर्स स्टेशन के पास टर्मिनल बनाने व उससे जुड़ी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रशासन ने करीब 42 हजार वर्ग मीटर जमीन को चिन्हित किया है, जिसमें 21 हजार वर्ग मीटर जमीन आवास विकास परिषद की है, जिस पर शासन से स्वीकृति लेनी बाकी है।

इसके आलावा 22 हजार वर्ग मीटर जमीन किसानों की है, जिसमें से करीब 70 फीसदी हिस्सा एक ही किसान परिवार का है। यह जमीन किसान परिवार के करीब छह सदस्यों के नाम पर है। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने 200 रुपये वर्ग मीटर प्रतिवर्ष के लीज मूल्य का प्रस्ताव रखा है जिस पर किसान परिवार सहमत नहीं है। उनकी मांग है कि 475 रुपये प्रतिवर्ग मीटर का लीज मूल्य दिया जाए या फिर उनकी जमीन का अधिग्रहण कर लिया जाए। दूसरी तरफ बाकी के किसान प्रशासन के 200 रुपये वर्ग मीटर प्रतिवर्ष के लीज मूल्य के प्रस्ताव पर सहमत हो चुके हैं।