भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर तबाही मचा रही है। हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। देश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा एक दिन में 4 हजार के पार पहुंच गया है। श्मशान घाट में लाशों को जलाने के लिए जगह कम पड़ गई है। सड़कों पर लाशे जल रही हैं। वहीं दिल्ली में पार्क को श्मशान घाट में बदला जा रहा है। इस बीच एक अच्छी खबर आई है। एक्सपर्ट्स का आकलन है कि कोरोना वायरस की मौजूदा लहर जाएगी भी उतनी ही रफ्तार से। हालांकि, अभी वो टिपिंग पॉइंट आने में देरी है जहां से नए कोरोना केस घटने लगेंगे।
दूसरी लहर में नए कोरोना केस और कोविड मौतों की रफ्तार पहली लहर के मुकाबले बहुत ज्यादा है। नए-नए वेरियेंट्स के कारण हर्ड इम्यूनिटी का तो फॉर्म्युला ही फेल होता दिख रहा है। वहीं, टीकाकरण अभियान देश में बहुत धीमा चल रहा है। बता दें कि, आज देश में 24 घंटे के भीतर 4 लाख से अधिक कोरोना का नया केस सामने आया है और 4 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इसपर जानकारों का कहना है कि, ये सब जल्दी ही थम जाएगा।
पिछले साल के अक्टूबर महीने में अमेरिका इसी दौर से गुजर रहा था जिसका सामना अभी भारत कर रहा है। जनवरी में जब वहां टीकाकरण अभियान शुरू हुआ तो कोरोना की दूसरी लहर काबू में आई।
बता दें कि, भारत में दूसरी लहर में कोरोना केस की तेज वृद्धि का दौर मार्च महीने के मध्य में शुरू हुआ और एक महीने से भी कम वक्त में पहली लहर का पीक पार कर गया जो सितंबर महीने में आया था। जहां तक मौतों की बात है तो पिछले रेकॉर्ड को पार करने में भी डेढ़ महीने का ही वक्त लगा।
दूसरी लहर से देश का पीछा छूटा नहीं कि, जानकारों ने तीसरी लहर आने की भी चेतावनी दे दी है। जानकारों का कहना है कि, नवंबर-दिसंबर तक कोरोना की तीसरी लहर भारत में दस्तक देगी। तीसरी लहर युवाओं को शिकार बनाने वाली है।