इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ को लेकर उठे विवाद के बाद चुनाव आयोग ने चुनौती दी। साथ ही आयोग ने चुनौती के लिए सभी दलों को भी बुलाया था लेकिन सात में सिर्फ दो राष्ट्रीय पार्टियों एनसीपी और सीपीआई(एम) ने हिस्सा लिया था।

मुख्य चुनाव अधिकारी नसीम जैदी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि सीपीआई(एम) ने चुनौती में भाग नहीं लेने की इच्छा जताई लेकिन उनके प्रतिनिधियों ने ईवीएम प्रक्रिया को समझा और देखा।

जैदी ने बताया कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता और इसमें छेड़छाड़ संभव नहीं है। इसके परिणाम भी नहीं बदले जा सकते। चुनाव आयोग की तकनीकि टीम ने दोनों पार्टियों के प्रतिनिधि को सभी प्रक्रियाएं समझाईं।

साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि सीपीआई(एम) ने संतुष्टि जताई है और ईवीएम को लेकर जागरूकता अभियान चलाने को कहा है। दूसरी तरफ एनसीपी ने आयोग को सुझाव दिया कि राज्य और केंद्र के चुनाव में ‘वीवीपैट’ का उपयोग किया जाए।

वहीं इससे पहले चुनाव आयोग ने अपने कदम की संवैधानिक वैधता पर उठाए गए सवाल को उत्तराखंड हाईकोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के बाद शुक्रवार को बताया कि ईवीएम चुनौती शनिवार को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होगी।

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