हरियाणा के भिवानी में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को अपने खिलाफ प्रदर्शन का डर इतना सताया कि उन्होंने कार्यक्रम में आई महिलाओं की चुनरी उतरवा दी। इस शर्मनाक से महिलाओं इतनी असहजता महसूस हुई कि कई महिलाएं सीधे वापस लौट गई।
बता दें कि भिवानी में हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह कार्यक्रम चल रहा था। इसमें पंचायती राज मंत्री ओपी धनकड़ ने हरियाणा की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को समारोह में आमंत्रित किया था, जिसके लिए भीम स्टेडियम में बड़ी संख्या में महिला स्वयं सहायता सदस्य पहुंची। इस दौरान जिन महिलाओं ने काले कपड़े पहने उन्हें अन्दर घुसने तक नहीं दिया गया।
ऐसे में कई महिलाएं कार्यक्रम में हिस्सा लिए बिना ही लौट गईं। इतना ही नहीं कार्यक्रम के बाद कई महिलाओं की वह चुन्नी(दुपट्टा) भी गायब हो गई, जिसे पुलिस ने उतरवाया था। ऐसे में उन्हें बिना चुन्नी के ही घर लौटना पड़ा।
वहीं महिलाओं के साथ हुए इस शर्मनाक वाकये पर विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने कहा कि, “यह महिलाओं का अपमान है। सीएम खट्टर को इस वाकये पर जवाब देना होगा। सीएम को शायद यह अहसास नहीं कि महिलाओं का सम्मान कैसे होता है। चुनरी व दुपट्टा महिलाओं की इज्जत होती है। इसे उतारकर महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ किया है”।
उधर शहर के एसपी सुरेंद्र भोंरिया का कहना है कि नॉर्म्स के अनुसार मीटिंग प्लेस में काले रंग के कपड़े पहन कर नहीं जा सकते। इसलिए हमने काली चुनरियों के बदले अन्य रंगों की चुनरियां उन्हें दी। किसी महिला ने कोई विरोध नहीं जताया। चुनरियों की कमी की बात हमारे नोटिस में नहीं आई।
इसके अलावा डीजीपी बीएस संधू ने इसे शर्मनाक घटना मानी। संधू ने कहा कि महिलाओं के काले दुपट्टे उतरवाने के लिए मुख्यालय से किसी तरह के निर्देश अथवा गाइड लाइन नहीं थी। परिस्थितियों के हिसाब से अधिकारियों को ऐसे फैसले करने होते हैं। फिर भी भविष्य में ऐसा न हो, इसके लिए जल्द दिशा-निर्देश जारी होंगे।