पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाला है। चुनाव की तैयारी जोरो-शोरो पर हैं। लंबे समय से लोग चुनाव की तारीखों का इंतजार कर रहे थे। आज यानी की 26 फरवरी को चुनाव आयोग ने तारीख की घोषणा कर दी है।

पश्चिम बंगाल: यहां पर 8 चरणों में मतदान होगा। पहला चरण 27 मार्च, दूसरे चरण का मतदान 1 अप्रैल, 6 अप्रैल को तीसरे चरण का मतदान, 10 अप्रैल को चौथे, 17 अप्रैल को पांचवा चरण, 22 अप्रैल को छठा चरण, 26 अप्रैल को सातवां चरण, 29 अप्रैल को आखिरी चरण का मतदान होगा और 2 मई को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होंगे।

तमिलनाडु: यहां पर एक चरण में मतदान होगा। तमिलनाडु में 6 अप्रैल को होगा मतदान

केरल: यहां पर एक चरण में मतदान होगा। 6 अप्रैल को मतदान होगा।

असम: तीन चरणों होगा चुनाव। 27 मार्च को पहले चरण का मतदान। 1 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान। 6 अप्रैल को तीसरे चरण का मतदान

पुडुचेरी: यहां पर एक चरण में चुनाव होगा। 6 अप्रैल को चुनाव होगा।

मतदान को एक घंटे के लिए बढ़ाया

कोरोना को ध्यान में रखते हुए मतदान के समय को एक घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है। ताकि लोग शारिरिक दूरी को ध्यान में रख कर मतदान करें। वहीं चुनाव से पहले सभी चुनाव अधिकारियों का टीकाकरण होगा। कोरोना के चलते नामांकन की ऑनलाइन सुविधा भी बनाई गई है। वहीं सिक्योरिटी मनी को ऑनलाइन जमा किया जाएगा। प्रचार के लिए उम्मीदवार पांच लोगों के साथ ही घर-घर जा सकते हैं। मतदान केंद्र पर सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध होगा।

सीसीटीवी की निगरानी में होगा मतदान

मतदान में कोई लापरवाही न बरते हुए चुनाव आयोग ने सीसीटीवी की निगरानी में चुनाव कराने का फैसला किया है। साथ ही पश्चिम बंगाल में हिंसा को कंट्रोल करने क लिए सभी जिले में CRPF साथ ही दूसरे राज्यों में भी CRPF की तैनाती की जाएगी। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य और केंद्रीय सुरक्षा बल मिलकर काम करेंगे। पांच राज्यों को मिलाकर 18.6 करोड़ मतदाता वोट कर सकेंगे ।

देश के पांच राज्यों में जल्द ही चुनाव हो सकता है। इसी सिलसिले में चुनाव आयोग की ओर से शुक्रवार शाम 4.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। इसमें 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। इसमें पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी राज्य शामिल हैं। खास बात ये है कि, केवल असम में ही बीजेपी की सरकार है। बाकी के राज्यों में अपनी सत्ता स्थापित करने के लिए बीजेपी को काफी मेहनत करनी है। पार्टी जनता को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

राज्य में चुनाव की तैयारियों ता काफी पहले से ही चल रही है। बस चुनाव की तारीखें आने का इंतजार है। उम्मीद है कि, आज तारीखों को ऐलान हो जाएगा।

पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों पर होगा घमासान

प्रदेश में अभी तृणमूल कांग्रेस की सरकार है। 2016 के चुनाव में TMC को 211 सीटें मिली थीं। लेफ्ट और कांग्रेस का गठबंधन 76 सीटें जीतने में कामयाब रहा था। इस बार राज्य में पूरी ताकत झोंक रही भाजपा महज 3 सीटें निकाल पाई थी। अन्य के खाते में 4 सीटें आई थीं।

बीजेपी हर हाल में ममता के किले को धवस्त करना चाहती है। पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह बंगाल की जनता को लुभाने में जुटे हैं। गृहमंत्री अमित शाह महीने में 7 दिन बंगाल में बिता रहे हैं।

असम में 126 सीटों पर चुनाव
पिछली बार यानी 2016 में यहां भाजपा की सरकार बनी थी। उसे 86 सीटें मिली थीं। कांग्रेस को 26 और AIUDF को 13 सीटें मिली थीं। अन्य के पास 1 सीट थी।

तमिलनाडु में 234 विधानसभा सीटें
यहां 134 सीटें जीतकर AIDMK गठबंधन ने सरकार बनाई थी। DMK और कांग्रेस गठबंधन को 98 सीटें मिली थीं।

केरल में 140 सीटों पर लड़ाई
देश में लेफ्ट के आखिरी गढ़ बने केरल में 140 सीटों पर चुनाव होने हैं। यहां लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है। लेफ्ट की 91 और कांग्रेस की 47 हैं। भाजपा और अन्य के खाते में 1-1 सीट है।

पुडुचेरी में 30 विधानसभा सीटें
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 30 सीटें हैं। यहां विधानसभा में 3 नामित सदस्य होते हैं। यहां अब तक कांग्रेस गठबंधन वाली सरकार थी, लेकिन पिछले हफ्ते ही कई विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी। इससे सरकार अल्पमत में आ गई। CM नारायणसामी को इस्तीफा देना पड़ा। अभी यहां राष्ट्रपति शासन लागू है।

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